इज़राइल का ईरान पर बड़ा हमला: नेतनज़ परमाणु साइट समेत कई ठिकाने तबाह, क्षेत्रीय तनाव चरम पर

KK Sagar
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तेहरान/यरुशलम, 13 जून 2025
मध्य पूर्व में एक बार फिर युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। इज़राइल ने बीती रात ईरान की राजधानी तेहरान और अन्य प्रमुख सैन्य व परमाणु ठिकानों पर एक बड़ा हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि यह हमला “ऑपरेशन राइजिंग लायन (Operation Rising Lion)” के तहत किया गया। हमले का मुख्य उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कमजोर करना और संभावित खतरे को खत्म करना बताया गया है।


▶️ किन ठिकानों को बनाया गया निशाना?

नेतनज़ (Natanz) परमाणु शोधन केंद्र
ईरान की सबसे संवेदनशील और सुरक्षाकृत परमाणु साइट मानी जाती है। यहां यूरेनियम संवर्धन (enrichment) का काम होता है।

तेहरान के सैन्य प्रतिष्ठान
राजधानी में स्थित कई मिसाइल निर्माण और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) के कमांड ठिकानों को निशाना बनाया गया।

IRGC हेडक्वार्टर और रिसर्च यूनिट्स
इज़राइली मीडिया के अनुसार, हमले में दो वरिष्ठ वैज्ञानिक और IRGC के एक शीर्ष कमांडर की मौत हुई है।


🔥 हमले की पुष्टि और तेहरान में हड़कंप

तेहरान में रातभर धमाकों की गूंज सुनाई देती रही। ईरानी सरकारी मीडिया ने IRGC कमांडर हुसैन सालामी की मौत की आंशिक पुष्टि की है, वहीं कई वैज्ञानिकों और रक्षा कर्मियों के हताहत होने की भी खबरें आ रही हैं।

तेहरान और उसके आसपास कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई और इंटरनेट सेवा प्रभावित हुई। नागरिकों में दहशत का माहौल है।


🇮🇱 इज़राइल का बयान

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को “एक आवश्यक सुरक्षा कदम” बताया। उन्होंने कहा:

“ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को खत्म करना हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी है। यह ऑपरेशन जब तक ज़रूरत होगी, जारी रहेगा।”

दूसरी ओर, रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने संकेत दिया कि यह सिर्फ शुरुआत है और इज़राइल “सभी संभावित खतरे” का जवाब देगा।


🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

अमेरिका ने इज़राइली ऑपरेशन की जानकारी पहले से होने की पुष्टि की, लेकिन स्पष्ट किया कि वह इस सैन्य कार्रवाई का हिस्सा नहीं था।

IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) ने नेतनज़ साइट पर हुए हमले की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि वह विकिरण स्तर पर जल्द रिपोर्ट जारी करेगी।

संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।


💥 ईरान की संभावित प्रतिक्रिया

ईरानी सेना ने फिलहाल सीधे जवाबी हमले की बात नहीं कही है, लेकिन अधिकारियों ने “कड़ा बदला लेने” की चेतावनी दी है। ईरानी संसद में युद्धघोष का प्रस्ताव लाया जा सकता है।


📈 वैश्विक प्रभाव: तेल कीमतों में उछाल

मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव का असर अंतरराष्ट्रीय बाजार पर भी साफ दिखा है। क्रूड ऑयल की कीमतों में 8% तक की वृद्धि हुई है। कई देशों ने आपात बैठक बुला ली है और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

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