गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की ‘परिवारवादी और अदूरदर्शी’ विदेश नीति के कारण भारत को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, और उसका सबसे बड़ा उदाहरण नेपाल जैसे हिंदू राष्ट्र का अस्तित्व खत्म होना है।

क्या कहा सांसद ने?
निशिकांत दुबे ने लिखा कि दुनिया का एकमात्र हिंदू राष्ट्र नेपाल, अब इतिहास बन चुका है, और इसके पीछे कांग्रेस की गलत विदेश नीति ज़िम्मेदार है। उन्होंने वर्ष 1988 से जुड़ी कुछ घटनाओं का उल्लेख किया:
- जैसे मक्का मस्जिद में गैर-मुस्लिमों का प्रवेश प्रतिबंधित है, वैसे ही नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में भी गैर-हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है।
- 1988 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी नेपाल गए थे, लेकिन मंदिर प्रबंधन ने उन्हें मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी क्योंकि वे हिंदू नहीं थे।
- इस घटना से नाराज़ होकर भारत ने नेपाल जाने वाले सभी सामानों पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया।
- नेपाल ने चीन से रक्षा और खाद्य सामग्री का समझौता कर लिया, जिससे वह चीन की ओर झुक गया।
- भारत ने 1989 में नेपाल के खिलाफ आर्थिक नाकेबंदी लागू कर दी, जिससे वहां हालात और बिगड़ गए।
- उन्होंने दावा किया कि भारत की खुफिया एजेंसी RAW के अधिकारी अमर भूषण (जो आज भी जीवित हैं) को जिम्मेदारी दी गई कि राजा वीरेन्द्र को हटाकर चीन समर्थित नेता प्रचंड को प्रधानमंत्री बनाया जाए।
नतीजा? नेपाल अब हिंदू राष्ट्र नहीं रहा।
निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए लिखा कि “जिस कांग्रेस ने एक हिंदू राष्ट्र के अस्तित्व को खत्म किया, वह अब भारत के हितों की बात कर रही है। परिवारवाद और निजी अहंकार की कीमत भारत और उसके पड़ोसी देशों को चुकानी पड़ी है।”