डिजिटल डेस्क/कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित शहीद दिवस रैली 21 जुलाई को कोलकाता में होगी और इस बार प्रचार पोस्टरों में केवल पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी की तस्वीर होगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने खुद यह फैसला लिया है कि उनके चित्र का उपयोग नहीं होगा। कोलकाता उत्तर के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने बताया कि अभिषेक ने कहा, ’21 जुलाई के उस ऐतिहासिक कार्यक्रम में मैं शामिल नहीं था, इसलिए मेरी तस्वीर नहीं होगी।
पहले भी हो चुका है विवाद
तृणमूल में ममता और अभिषेक की तस्वीरों को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। इस साल की शुरुआत में 2025 के कैलेंडर में अभिषेक की तस्वीर ममता से बड़ी होने पर बवाल मचा था। प्रदेश नेतृत्व ने कैलेंडर के उपयोग पर रोक लगा दी थी। इसके बाद फरवरी में नेताजी इंडोर स्टेडियम की बैठक में भी केवल ममता की तस्वीर दिखी थी।
रिकॉर्ड भीड़ का लक्ष्य
2026 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस रैली को खास महत्व दिया जा रहा है। सुदीप बंदोपाध्याय ने दावा किया, ‘इस बार रैली में अब तक की सबसे बड़ी भीड़ होगी। हम दिखाएंगे कि एक पार्टी अकेले कितनी विशाल सभा कर सकती है।’ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने भी जिला नेताओं को अधिक से अधिक समर्थकों को जुटाने का निर्देश दिया है।
पार्टी में ममता का दबदबा
ममता ने हाल की बैठकों में स्पष्ट किया है कि सरकार और संगठन में उनका फैसला अंतिम है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अगले 10 साल तक पार्टी का नेतृत्व करेंगी। इस बीच तस्वीरों को लेकर विवाद भले ही थमे, लेकिन पार्टी में ममता के नेतृत्व का केंद्रीय महत्व बरकरार है।