बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले राज्य की नीतीश कुमार सरकार ने लोगों को फिर बड़ी सौगात दी है। बिहार में हवाई सेवाओं के विस्तार की कड़ी में राज्य सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। छह नए शहरों में छोटे हवाई अड्डे बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते (एमओयू) को मंजूरी दे दी गई है। छह नए शहरों में छोटे हवाई अड्डे से परिचालन स्वीकृत करने के लिए राज्य सरकार भारतीय विमान प्राधिकरण के साथ समझौता करेगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया।

हरएक एयरपोर्ट के लिए 25-25 करोड़ स्वीकृत
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बताया कि निर्णय के तहत मधुबनी, वीरपुर ,मुंगेर वाल्मीकि नगर, मुजफ्फरपुर और सहरसा हवाई अड्डा को छोटे हवाई अड्डा के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रत्येक हवाई अड्डा के लिए 25-25 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं।
कहां-कहां बन रहे एयरपोर्ट
इस फैसले से बिहार के 6 शहरों मधुबनी, वीरपुर, मुंगेर, वाल्मीकि नगर, मुजफ्फरपुर और सहरसा को हवाई सुविधा मिलने की राह खुल गई है। यह एमओयू भारतीय विमानपतन प्राधिकरण (एएआई), नई दिल्ली और बिहार राज्य सरकार के बीच हुआ है, जिससे इन शहरों का विकास तेजी से होगा।
इससे पहले बजट 2025-26 में राजगीर, भागलपुर, सिवान और रक्सौल में हवाई अड्डों के विकास की योजना को मंजूरी मिली है। इनमें राजगीर में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और रक्सौल में ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट शामिल हैं। इसके साथ ही, बिहटा में दूसरे सिविल एन्क्लेव के लिए भी मंजूरी दी गई है, जो पटना हवाई अड्डे की भीड़ को कम करेगा। ये कदम बिहार के दूर-दराज इलाकों को हवाई सुविधा से जोड़ने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
क्या होगा फायदा?
इस योजना के तहत इन छह शहरों में छोटे हवाई अड्डे बनाए जाएंगे, जहां से छोटी उड़ानें शुरू हो सकेंगी। ये हवाई अड्डे बिहार के दूर-दराज इलाकों को देश के बड़े शहरों और राज्यों से जोड़ेंगे। अभी तक इन शहरों में हवाई सेवा नहीं थी, जिससे लोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी. अब नई हवाई सुविधा से व्यापार, शिक्षा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

