जिले में अवैध खनन और खनिज भंडारण पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। उपायुक्त गुमला के निर्देश पर गठित जिला टास्क फोर्स ने 17 जून को दो अलग-अलग स्थानों पर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें अवैध रूप से बालू लदे तीन ट्रैक्टर जब्त किए गए और आठ जगहों पर अवैध भंडारण का भंडाफोड़ किया गया।
टोटो बीट क्षेत्र में तीन ट्रैक्टर पकड़े गए

जिला खनन पदाधिकारी के नेतृत्व में पहली कार्रवाई टोटो बीट अंतर्गत ग्राम अटरिया में दक्षिण कोयल नदी एवं टोटो नहर के निकट की गई। यहां से बालू लदे तीन ट्रैक्टरों को जब्त किया गया, जिनके पास खनिज परिवहन से संबंधित कोई वैध दस्तावेज नहीं था। प्रत्येक ट्रैक्टर में करीब 100 घनफीट बालू लदा पाया गया। तीनों ट्रैक्टरों को टोटो थाना परिसर में सुरक्षित रखा गया है।
सिलाफारी में आठ स्थानों पर अवैध भंडारण उजागर
दूसरी बड़ी कार्रवाई गुमला थाना क्षेत्र के मौजा सिलाफारी में की गई। यहां शिशु विकास मंदिर के पास आठ अलग-अलग स्थानों पर अवैध रूप से बालू का भंडारण मिला। जांच के दौरान पता चला कि यह अवैध भंडारण ग्राम सिलाफारी मेंटेन निवासी सोनू साहु द्वारा किया गया था। उसे गुमला थाना को सौंप दिया गया है और जब्त बालू को पंचायत मुखिया के जिम्मे सुरक्षित रखा गया।
कानूनी कार्रवाई और अपील
इन सभी मामलों में झारखंड लघु खनिज नियमावली 2004 व झारखंड मिनरल्स रोकथाम नियमावली 2017 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर विधिसम्मत कार्रवाई शुरू कर दी गई है। ये गतिविधियाँ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों का भी उल्लंघन हैं।
जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें कहीं भी अवैध खनन, खनिज भंडारण या परिवहन की सूचना मिलती है, तो वे तुरंत खनन हेल्पलाइन नंबर 9934887613 पर जानकारी दें। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।