जमशेदपुर: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल से नवजात शिशु का इलाज शुरू, रिम्स में चल रहा उपचार

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की त्वरित कार्रवाई के बाद एक पांच दिन के नवजात शिशु, जो पर्सिस्टेंट पल्मोनरी हाइपरटेंशन ऑफ द न्यूबॉर्न (PPHN) से पीड़ित था उसका इलाज अब रिम्स (RIMS) रांची में शुरू हो गया है। यह मामला शनिवार, 28 जून को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उठाया गया था, जिसके बाद प्रशासनिक और चिकित्सा स्तर पर तेजी से कदम उठाए गए।

शुरुआती पोस्ट में शांतनु ने बताया था कि नवजात, जो जमशेदपुर के टाटा मेन हॉस्पिटल में ट्रेकिआ संबंधी समस्या से जूझ रहा था, को iNO (इनहेल्ड नाइट्रिक ऑक्साइड) थेरेपी की आवश्यकता थी, जो केवल रिम्स, रांची में उपलब्ध है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झारखंड के मुख्यमंत्री कार्यालय से हस्तक्षेप की अपील की थी। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री और डीसी को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया।

जिला कलेक्टर, पूर्वी सिंहभूम ने तुरंत जवाब दिया और सिविल सर्जन के माध्यम से रिम्स, रांची के साथ समन्वय स्थापित किया गया। रविवार तक नवजात को रिम्स में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां आज 30 जून से iNO थेरेपी के तहत उसका इलाज शुरू हो चुका है। रिम्स के सूत्रों के अनुसार, शिशु की हालत स्थिर बनी हुई है, और चिकित्सक टीम उसकी निगरानी कर रही है। पीड़ित परिवार को प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता दी जा रही है।

PPHN और iNO थेरेपी
एक गंभीर श्वसन विकार है, जो नवजात शिशुओं में फेफड़ों की धमनियों के सही तरीके से न खुलने के कारण होता है, जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित होती है। iNO थेरेपी इस स्थिति में फेफड़ों के रक्त प्रवाह को बेहतर करने में मदद करती है और जीवन रक्षक साबित हो सकती है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर हस्तक्षेप से शिशु की जान बचाई जा सकती है।

इस मानवीय पहल के लिए मुख्यमंत्री की व्यापक सराहना हो रही है। शांतनु ने एक्स पर तस्वीर साझा कर धन्यवाद दिया, जिसमें अस्पताल परिसर में परेशान परिवार को देखा जा सकता था। कई उपयोगकर्ताओं ने लिखा, “हेमंत सोरेन जी की संवेदनशीलता सराहनीय है,” जबकि कुछ ने अन्य मुद्दों जैसे छात्रवृत्ति और स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान देने की अपील की। एक उपयोगकर्ता ने कहा, “हर प्रदेश में ऐसे नेता की जरूरत है।”

रिम्स के अधिकारियों ने पुष्टि की कि नवजात की हालत पर करीबी नजर रखी जा रही है, और अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण होंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी एक बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार ऐसी मानवीय आपात स्थितियों में त्वरित कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है। पीड़ित परिवार ने प्रशासन और सोरेन की पहल के लिए आभार जताया है।

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