नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के द्वारका स्थित इंडिया इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (IIIDEM) में आज से केंद्रीय चुनाव आयोग की अखिल भारतीय कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है। इस बैठक में देश के सभी 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य चुनाव अधिकारी, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, दोनों चुनाव आयुक्तों के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हो रहे हैं।
बैठक का मुख्य एजेंडा पूरे देश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को एक साथ लागू करना है। माना जा रहा है कि बिहार चुनाव समाप्त होने से पहले ही आयोग देश के बाकी सभी राज्यों के लिए भी SIR का आदेश जारी कर सकता है।
बैठक की शुरुआत मुख्य चुनाव आयुक्त और दोनों चुनाव आयुक्तों के संबोधन से हुई। इसके बाद डिप्टी इलेक्शन कमिश्नर संजय कुमार ने SIR पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया। वहीं, बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी ने राज्य में चल रही SIR प्रक्रिया की प्रगति रिपोर्ट साझा की।
करीब 3 घंटे 30 मिनट तक चलने वाले इस सत्र में 35 राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारी बारी-बारी से पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन देंगे। इसमें राज्यवार मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान आने वाली चुनौतियां, दस्तावेजों की मान्यता, सुरक्षा व्यवस्था और भौगोलिक-सामाजिक परिस्थितियों पर चर्चा होगी। बैठक के आधार पर मान्य दस्तावेजों की सूची मौजूदा 11 से बढ़ सकती है।
गौरतलब है कि बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान पहले आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड को बाहर रखा गया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आधार को 12वें दस्तावेज के रूप में शामिल किया गया। हालांकि कोर्ट ने साफ किया कि नागरिकता साबित करने के लिए आधार अकेला मान्य दस्तावेज नहीं होगा और चुनाव अधिकारी अन्य सबूत भी मांग सकते हैं।
बैठक में संवाद पर भी जोर दिया गया है। 45 मिनट सवाल-जवाब के लिए निर्धारित किए गए हैं। कार्यक्रम का समापन दोनों चुनाव आयुक्तों की टिप्पणी और अंत में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के संबोधन से होगा।

