डिजिटल डेस्क/जमशेदपुर : सरायकेला-खरसावां जिले के हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग (एनएच-220) पर मुरुमडीह पुलिया के पास रविवार तड़के करीब 3 बजे एक दिल दहला देने वाले सड़क हादसे में जमशेदपुर के सिदगोड़ा क्षेत्र के तीन युवकों की जान चली गई। मृतकों की पहचान लखन कुमार (27 वर्ष), संजय लोहार (22 वर्ष) और राजू शांडिल्य (23 वर्ष) बारीडीह बस्ती, प्रेमचंद पथ के निवासियों के रूप में हुई है।
हादसे की भयावहता
तीनों युवक एक मोटरसाइकिल (JH05 DP 1703) पर सवार होकर चाईबासा की ओर जा रहे थे, तभी मुरुमडीह के लेकड़ा-कोचा मोड़ पर सड़क किनारे खड़ी एक ब्रेकडाउन हाइवा (JH22 G 8499) के पिछले हिस्से से उनकी बाइक की भीषण टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तीनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंची, लेकिन राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस कार्रवाई पर भड़का आक्रोश
राजनगर पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरायकेला भेजा। हाइवा चालक के मौके से फरार होने की खबर है, और पुलिस उसकी तलाश में छानबीन कर रही है। हादसे के बाद मृतकों के परिजनों और स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने मुआवजे और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर चाईबासा-राजनगर मार्ग को जाम कर दिया, जिससे सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। राजनगर के अंचल अधिकारी और थाना प्रभारी ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया, जिसके बाद जाम हटा।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने बताया कि एनएच-220 पर भारी वाहनों की लापरवाही से सड़क किनारे खड़े होने की समस्या बार-बार हादसों को न्योता दे रही है। इस हादसे में हाइवा पर न तो इंडिकेटर जल रहा था और न ही साइड लाइट, जिसके कारण अंधेरे में बाइक सवारों को खतरा बढ़ गया। यह घटना सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों के प्रबंधन की खामियों को उजागर करती है।
प्रशासन से मांग
एनएच-220 पर भारी वाहनों की अवैध पार्किंग पर सख्ती से रोक लगाई जाए।
रात में सड़क की दृश्यता बढ़ाने के लिए स्ट्रीट लाइट और रिफ्लेक्टर की व्यवस्था हो।
हादसों को रोकने के लिए नियमित यातायात निगरानी और जागरूकता अभियान चलाए जाएं।