मिरर मीडिया : शिक्षकों की बहाली की कड़ी में एक विद्यालय द्वारा अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए बहाली की प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है यानी कि उक्त विद्यालय में जो रविवार को लिखित परीक्षा होने वाली थी वह नहीं होगी। वहीं दूसरे विद्यालय के संबंध में किसी प्रकार का कोई नोटिफिकेशन जारी नही की गई है। यानी कि एक जगह जो जुगाड तंत्र हावी था उनके सपने तो धराशाई हो ही गए जबकि दूसरी तरफ जुगाड़ तंत्र वालों का कभी खुशी कभी गम वाली स्थिति हो गई है क्योंकि उन्हें यह अंदेशा लग रहा है कि यहां भी बहाली रद्द हो ही जाएगी अगर नहीं हुई तो उनके वारे न्यारे ओर हो गए तो अपना सपना मनी मनी के सपने धराशाई हो जाएंगे।
हालांकि दबी जुबान में विभाग के लोग और जुगाड़ तंत्र यह भी कहते नजर आए की वरीय पदाधिकारी के सेवानिवृत्त होने के बाद ही बहाली हो तभी ठीक रहेगा क्योंकि अधिकारी तो निकल कर चले जाएंगे लेकिन काम नही हुवा तो लोगो के पैसे फंस जाएंगे। जबकि कुछ शिक्षाविदों का कहना है कि अगर रद्द हुई है तो दोनों विद्यालयों की रद्द होनी चाहिए केवल एक विद्यालय का रद्द होना और दूसरे विद्यालय का रद्द नहीं होना कहीं ना कहीं मिलीभगत की ओर संकेत देता है।
हालांकि अब जुगाड़ तंत्र और तेजी से हावी हो गया है क्योंकि मात्र 1 दिन बचे हैं लिखित परीक्षा होने की और केवल 8 सीटों के लिए ही होना है इसमें जुगाड़ तंत्र किसी प्रकार का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है। सूत्रों की माने तो कोई कोटा तो कोई ऊंची बोली लगाकर सीट अपने नाम करवाना चाहता है।
जबकि एक शिक्षाविद ने बताया कि सरकार के नियमावली के अनुसार अगर बहाली की जा रही है तो उसे रद्द करने का कोई तुक नहीं बनता है किसी भी स्कूल में प्राइमरी से लेकर किसी भी क्लास के लिए शिक्षक की नियुक्ति में टैट कि योग्यता अनिवार्य है लेकिन लिखित परीक्षा की कोई जरूरत नहीं है जबकि लिखित परीक्षा की तिथि 17 जुलाई को निर्धारित की गई है।
बता दें कि शिक्षक की बहाली के लिए जिले में डीएवी मध्य विद्यालय कतरास एवं अभय सुंदरी बालिका उच्च विद्यालय के लिए विज्ञापन के द्वारा वैकेंसी निकाली गई थी जिसमें डीएवी कतरास मध्य विद्यालय की वैकेंसी को अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दिया गया है जबकि अभय सुंदरी बालिका उच्च विद्यालय के संबंध में किसी प्रकार का कोई नोटिफिकेशन नहीं आया है।
विभाग के अधिकारी कर्मी और जुगाड़ तंत्र अब पूरी तरह से सक्रीय हो गए है और अब इस बचे हुए 8 सीट पर निगाहे गड़ाते हुए अपना सपना मनी मनी के सपने को साकार करने में लगे हुए हैं। बहरहाल जिले के वरीय अधिकारी किस प्रकार से पूरी मामलों को देखते हैं और पारदर्शिता के साथ होने वाले परीक्षा को निष्पक्ष तरीके से कराते हुए दलालों पर अंकुश लगाते हैं यह देखने वाली बात होगी।

