बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा की अध्यक्षता में राज्य में भीषण गर्मी, लू (हीटवेव) और संभावित सूखे की स्थिति से निपटने को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जमुई से जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा सहित जिले के विभिन्न विभागों के पदाधिकारी शामिल हुए।
मुख्य सचिव ने सभी जिलों को निर्देशित किया कि आपदा प्रबंधन विभाग सतत निगरानी रखें और जरूरत के अनुसार कार्रवाई करें ताकि आम लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। उन्होंने भूजल स्तर पर नजर रखने, हर घर नल का जल योजना के सुचारू क्रियान्वयन, तथा जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जल संरक्षण के प्रयासों की निगरानी का निर्देश दिया।
सभी जिलाधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण कर तैयारियों का आकलन करने और स्थानीय जनता से संवाद स्थापित करने को कहा गया। साथ ही, सभी विभागों के बीच समन्वय बनाकर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए गए।
इन विभागों को दिए गए खास निर्देश:
- स्वास्थ्य विभाग: सभी अस्पतालों में लू से पीड़ितों के इलाज हेतु विशेष व्यवस्था, आइसोलेशन वार्ड की तैयारी, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और गंभीर मरीजों पर विशेष ध्यान, सभी पीएचसी में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस की उपलब्धता, साथ ही एईएस/चमकी बुखार को लेकर सतर्कता और जनजागरूकता।
- नगर परिषद/स्थानीय निकाय: शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थलों पर प्याऊ की व्यवस्था सुनिश्चित करना।
- पीएचईडी: खराब पड़े चापाकलों की शीघ्र मरम्मती और पेयजल आपूर्ति की सुदृढ़ व्यवस्था।
- शिक्षा, श्रम, विद्युत, ग्रामीण विकास, पशुपालन, नगर निकाय आदि विभाग: सभी को अलर्ट मोड में रहकर समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए गए।
इस समीक्षा बैठक में गर्मी और लू से बचाव के लिए आम जनता को जागरूक करने, समय पर राहत पहुंचाने और सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया गया।