मुहर्रम के अवसर पर जिले में शांति व्यवस्था और आपसी सौहार्द बनाए रखने को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इसी क्रम में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने आज सोनो एवं झाझा प्रखंड के थाना और प्रखंड कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि मोहर्रम का त्योहार परंपरागत और शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जाए। खासतौर पर इस बात पर जोर दिया गया कि कोई नई परंपरा शुरू न हो और किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कार्य न किए जाएं।
🔍 विशेष निर्देशों में शामिल हैं:
पुराने विवादों की समीक्षा के लिए पांच से छह वर्षों के पंजी का अवलोकन किया जाएगा।
विवादित व्यक्तियों पर विशेष नजर रखने के साथ धारा 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अफवाह फैलाने वालों और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लागू रहेगा।
किसी भी छोटी या बड़ी घटना की जानकारी तुरंत वरीय अधिकारियों को देने का निर्देश।
🧹 सफाई और सुरक्षा को लेकर निर्देश:
धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों की साफ-सफाई कराई जाएगी।
जुलूस केवल निर्धारित रूट से ही निकाले जाएं, इसके लिए पूर्व से रूट की पुष्टि अनिवार्य होगी।
ताजिया की ऊंचाई औसत से अधिक नहीं होनी चाहिए।
जुलूस के लिए लाइसेंस अनिवार्य होगा।
संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर वहां अपर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाएंगे।
शांति समिति की बैठकों में पिछले वर्षों के विवादित बिंदुओं की समीक्षा कर सतर्कता बरती जाएगी।
पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई अवांछित तत्व शांति भंग करने की कोशिश करता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
✔️ प्रशासन की अपील
मुहर्रम को शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए जनता से सहयोग की अपील की गई है। अधिकारियों ने लोगों से जागरूक और सतर्क रहने की भी सलाह दी है।

