बिहार के चार जीआई उत्पादों को एक और नई पहचान मिली है। डाक विभाग ने 150 वर्षों के इतिहास में पहली बार बिहार के चार जीआई टैक उत्पादों को लेकर डाक टिकट जारी किया है। डाक विभाग ने मुजफ्फरपुर की रसभरी शाही लीची, भागलपुर का जर्दालु आम, मिथिला का मखाना और मगध का मगही पान पर डाक टिकट जारी किया है।

डाक विभाग ने मुजफ्फरपुर की शाही लीची भागलपुर के जर्दालु आम, मिथिला के मखाना और मगध के मगही पान को लेकर भी डाक टिकट जारी किया गया है, जो इन सभी को एक नई पहचान दे रहे हैं। इन सभी को लेकर अलग-अलग डाक टिकट प्रकाशित किया गया है, जिनका मूल्य 5 रुपये है। पांच-पांच रुपये मूल्यों में छपे इन टिकटों में सबसे गाढ़े रंग में शाही लीची की गुच्छों को दर्शाया है।
बिहार के उत्पादों को पूरी दुनिया में मिलेगी पहचान
बिहार के इन चारों जी-आई टैग उत्पादन के चार डाक टिकटों को प्रकाशित किए जाने से बिहार के उत्पादों को पूरी दुनिया में बढ़ावा मिलेगा। केंद्र की यह पहल काफी सराहनीय है। चार जीआइ टैग बिहारी उत्पादों का डाक टिकट मुजफ्फरपुर के प्रधान डाकघर स्थित फिलाटलिक ब्यूरो के अतिरिक्त देश भर के फिलाटेलिक ब्यूरो में उपलब्ध है।
150 वर्षों के इतिहास में ये पहला मौका
स्वतंत्रता के अमृत वर्ष के अवसर पर 2023 में डाक विभाग ने देश के 12 महत्वपूर्ण जी आई फलों का एक मिनिएचर सीट प्रकाशित किया था जिसमें बिहार का एकमात्र फल लीची शामिल था। नॉर्थ बिहार फिलाटेलिस्ट सोसाइटीज के अध्यक्ष आचार्य चंद्र किशोर पाराशर ने बताया कि जी आई टैग उत्पादन के चार डाक टिकटों को प्रकाशित किए जाने से बिहार के उत्पादों को पूरी दुनिया में फिलाटेली जगत में एक नई पहचान मिली है जो सराहनीय है। उन्होंने बताया कि भारतीय डाक विभाग के 150 वर्षों के इतिहास में यह पहला अवसर है की बिहार के जी आई उत्पादनो को एक साथ डाक टिकट के रूप में प्रकाशित किया गया है। इससे पूर्व में कभी भी डाक टिकटों का ऐसा समुच्चय प्रकाशित नहीं किया गया था।