मिरर मीडिया : सीपीएचसी में अव्यवस्थाओं की खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और तत्काल दिख रही कुव्यवस्था को दुरुस्त किया। बता दें कि गोमो के जीतपुर अस्पताल में कंप्रिहेंसिव प्राइमरी हेल्थ केयर (सीपीएचसी) में स्वास्थ्य कर्मियों और सहिया का चल रहें आवासीय प्रशिक्षण में व्यवस्था नहीं दी गई थी जिसकी खबर मिरर मीडिया ने प्रमुखता से उठाई थी। वहीं गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक आलोक त्रिपाठी ने इस मामले में काफी नाराजगी जताई और सिविल सर्जन डा. चंद्रभानु प्रतापन को तत्काल व्यवस्था को सुधारने का निर्देश दिया।

वहीं स्वास्थ्य कर्मियों और सहिया को कंबल और चादर मुहैया कराने को कहा। उन्होंने कहा कि आवासीय प्रशिक्षण में किसी भी प्रकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जिम्मेदारी नहीं लेने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करने को भी कहा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक के निर्देश के बाद सिविल सर्जन ने जीतपुर अस्पताल में टीम भेजी और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करते हुए आनंन-फानन में सभी को चादर और कंबल दिए गए। खाना की वेरायटी में भी बदलाव किया गया। गुरुवार सुबह से ही पूरे अस्पताल परिसर में साफ सफाई अभियान चलाया गया।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग में फंड की कमी नहीं है लेकिन बिचौलिए के कारण ऐसी अव्यवस्था उत्पन्न होना बड़ी बात नहीं है। कुछ अनुबंध पर कार्य कर रहे लोग के कारण व्यवस्था बिगड़ रही है उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई करने की जरूरत है।
वहीं जब सिविल सर्जन से इस बारे में वार्ता की गई तो उन्होंने कहा ये सभी व्यवस्थाएं ठीक कर ली गई है, रांची से आई टीम द्वारा जांच की जा रही है। अब सिविल सर्जन के रहते बाहर से आई टीम को जांच करना पड़ रहा है जबकि सिविल सर्जन को खुद जांच कर जायजा लेनी चाहिए थी
बता दें कि सीपीएचसी में चल रहे आवासीय प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को कंबल-चादर और घटिया खाना सहित साफ सफाई का मामला खबरों के माध्यम से मुख्यालय रांची तक पहुंच गया। धनबाद के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया। हालांकि अस्पताल पहुंचे अधिकारीयों ने मीडिया में खबर जाने को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को खरी खोटी भी सुनाई।
गौरतलब है कि गोमो में कंप्रिहेंसिव प्राइमरी हेल्थ केयर को लेकर 28 दिसंबर 2023 से 14 जनवरी 2024 तक आवासीय प्रशिक्षण की शुरूआत की गयी जिसमें जिला स्तरीय यह आवासीय प्रशिक्षण में सहिया व स्वास्थ्य कर्मियों को तीन-तीन दिनो का प्रशिक्षण सत्र रखा गया है।
जिला स्तरीय प्रशिक्षण में आए कुछ कर्मियों ने कहा कि प्रशिक्षण को जिला मुख्यालय में आयोजित करना चाहिए था लेकिन सुदूर वर्ती इलाके के कारण झरिया ,टुंडी ,बलियापुर, निरसा, बाघमारा ,आदि इलाकों के स्वास्थ्य कर्मियों को मुख्यालय से काफी दूर आना पड़ रहा है।
बहरहाल खबर प्रशासन में आने के बाद सुविधाओं में विस्तार कर दिया गया इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग को सजग होकर मरीजों की भी सुविधाओं का ख्याल रखने की जरूरत है

