मिरर मीडिया : एक बार फिर झरिया अग्नि प्रभावित क्षेत्र से विस्थापन कराने की सुगबुगाहट होने लगी है। बता दें कि कछुए की रफ्तार से चल रही झरिया मास्टर प्लान में विस्थापन को लेकर एक बार फिर से कवायद फिर से शुरू हो चुकी है। ज्ञात हो कि झरिया एवं अन्य अग्नि प्रभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों को बेलगड़िया कॉलोनी में बसाया जाना है। जिसके लिए कुछ दिनों पूर्व कोल सचिव ने सभी अग्नि प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था। साथ ही बेलगड़िया कॉलोनी का भी निरीक्षण किया था। जिसके बाद अधिकारियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी।
झरिया मास्टर प्लान के संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त संदीप सिंह ने बताया कि कोल मंत्रालय भारत सरकार से सभी कोल क्षेत्रों का दौरा किया गया था। तत्कालिन निर्णय लिया गया है कि जो ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है जहां आग या भू-धसान की ज्यादा समस्या सामने आ रही है इन सभी क्षेत्रों को चिन्हित कर बीसीसीएल से उसकी सूची प्राप्त कर लोगों को विस्थापित किया जाना है।
बता दें कि कुछ दिनों पूर्व कोल सचिव अमृत लाल मीना ने अग्नि प्रभावित क्षेत्र, मुनीडीह अंडर ग्राउंड खदान, कोल वासरी, बांसजोड़ा ओपन कास्ट कोयला खदान, सहित अन्य कोयला खदान एवं अग्नि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया साथ ही वहां रह रहे लोगों के हाल भी जाना था। बेलगड़िया कॉलोनी में बसाए विस्थापितों की समस्याओं को भी जाने की भी प्रयास किया था। सभी बिंदुओं पर ध्यान रखते हुए अधिकारियों को विभिन्न दिशा निर्देश दिए थे।
हालांकि कब तक अग्नि प्रभावित क्षेत्र से लोगों को विस्थापित कर बसाया जाता है यह देखने वाली बात होगी।