नई दिल्ली: मशहूर उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी टेस्ला जल्द ही भारतीय बाजार में कदम रखने जा रही है। दिसंबर 2023 में यह जानकारी आई थी कि कंपनी राष्ट्रीय राजधानी में उपयुक्त स्थान की तलाश कर रही है, जहां वह अपना पहला शोरूम खोलने की योजना बना रही है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाल ही में हुई मुलाकात के बाद टेस्ला ने भारत में भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है।
13 पदों के लिए निकली वैकेंसी
टेस्ला ने अपने लिंक्डइन पेज पर विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। कंपनी कस्टमर फेसिंग और बैक-एंड से जुड़े कुल 13 पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों की तलाश कर रही है। दिल्ली और मुंबई में 5-5 लोगों की भर्ती होगी। इसमें सलाहकार और सर्विस तकनीशियन की नियुक्तियां शामिल हैं, जबकि कस्टमर इंगेजमेंट मैनेजर और डिलीवरी ऑपरेशन स्पेशलिस्ट पदों के लिए केवल मुंबई में भर्ती की जाएगी।
फैक्ट्री के लिए स्थान तलाश रहे एलन मस्क
भारत में टेस्ला अपने उत्पादन संयंत्र की स्थापना करने के लिए उपयुक्त भूमि की तलाश कर रही है। ऑटोमोबाइल हब के रूप में पहचाने जाने वाले राज्य जैसे महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु इसके लिए प्राथमिकता में हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी इस संयंत्र में करीब तीन अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है। साथ ही, यहां बनने वाली सबसे किफायती इलेक्ट्रिक कार की कीमत करीब 20 लाख रुपये हो सकती है। इसी बीच, ऐसी खबरें भी आई हैं कि टेस्ला ने पुणे में एक नया कार्यालय स्थापित किया है।
शोरूम के लिए स्थान की तलाश जारी
टेस्ला दिल्ली और उसके आसपास शोरूम तथा कंज्यूमर एक्सपीरियंस सेंटर स्थापित करने की संभावनाएं तलाश रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी डीएलएफ के साथ बातचीत कर रही है। अपने शोरूम के लिए टेस्ला को 3,000 से 5,000 वर्ग फीट जगह चाहिए, जबकि डिलीवरी और सर्विस ऑपरेशंस के लिए इसे तीन गुना बड़ी जगह की आवश्यकता होगी।
सरकार ने आयात शुल्क किया कम
भारत में टेस्ला के आगमन को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही थी, लेकिन अब कंपनी ने इस दिशा में तेजी दिखाई है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में एलन मस्क से मुलाकात की थी। पहले अधिक आयात शुल्क के कारण टेस्ला भारत में अपने वाहन लाने से बच रही थी, लेकिन अब सरकार ने 40,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक कीमत वाली कारों पर आयात शुल्क को 110% से घटाकर 70% कर दिया है।
टेस्ला का भारत में आगमन देश के इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा और उपभोक्ताओं को अधिक टिकाऊ वाहन विकल्प प्रदान करेगा।