नेपाल में सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन जारी है। नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ छात्र-युवा आंदोलन पूरे देशभर में फैल गया है। काठमांडू से शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन भारत के सीमावर्ती वीरगंज, कलेया, गौर, रौतहट, जनकपुर जैसे शहरों में तेज हो गया। इस हिंसा में अब तक 20 लोगों के मारे जाने की खबर है। नेपाल में हिंसा के थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस बीच नेपाल की सीमा से लगने वाले बिहार के जिलों में चौकसी बढ़ा दी गई है।

बिहार के सात जिलों में नेपाल सीमा सील, सुरक्षा कड़ी
नेपाल में हो रहे उग्र प्रदर्शन को देखते हुए भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बिहार के सात जिलों- पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, सुपौल, पूर्वी चंपारण और किशनगंज के बॉर्डर को सील कर दिया गया है। सीमा पर आवाजाही करने वाले हर व्यक्ति की गहन जांच की जा रही है।
सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में निगरानी बढ़ी
अररिया के पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने सोमवार को बताया कि नेपाल की स्थिति को देखते हुए जिले की सीमा पर तैनात पुलिस और एसएसबी के जवानों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में लगातार निगरानी बढ़ा दी गई है और सीमा पार से आने-जाने वाली गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
एसएसबी की 52वीं बटालियन के कमांडेंट महेंद्र प्रताप ने भी बताया कि फिलहाल बिहार से सटे नेपाल की सीमा पर शांति है, लेकिन सुरक्षा बल पूरी तरह ‘अलर्ट मोड’ में हैं। उन्होंने कहा कि जवान सीमा की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं।