डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: 11अक्टूबर यानी शुक्रवार को आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि दोपहर तक विद्यमान रहेगी। इसके बाद नवमी तिथि प्रारंभ होगी। नवरात्रि की महाष्टमी और महानवमी, दोनों पर्व आज ही मनाए जाएंगे, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग:
अष्टमी तिथि समाप्ति-
अष्टमी तिथि: दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर समाप्त होगी।
नवमी तिथि प्रारंभ: अष्टमी तिथि के समापन के बाद नवमी तिथि शुरू होगी।
आज का नक्षत्र और वार–
नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा नक्षत्र।
वार: शुक्रवार।
ऋतु: शरद ऋतु का शुभारंभ हो चुका है।
महत्वपूर्ण मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04 बजकर 41 मिनट से 05 बजकर 30 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 05 बजकर 55 मिनट से 06 बजकर 20 मिनट तक।
निशिता मुहूर्त: रात्रि 11 बजकर 43 मिनट से 12 अक्टूबर रात 12 बजकर 33 मिनट तक।
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक।
शुभ योग–
अमृत काल: रात्रि 11 बजकर 05 मिनट से रात्रि 12 बजकर 40 मिनट तक।
सर्वार्थ सिद्धि योग: प्रातः 05 बजकर 25 मिनट से 12 अक्टूबर प्रातः 06 बजकर 20 मिनट तक।
रवि योग: प्रातः 05 बजकर 25 मिनट से 12 अक्टूबर प्रातः 06 बजकर 20 मिनट तक।
आज का दिन महाष्टमी और महानवमी दोनों का अनूठा संयोग लेकर आया है। धार्मिक कर्मकांडों और पूजन के लिए आज का समय अत्यधिक शुभ है, जो आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आएगा।