नई दिल्ली – केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम की है। उन्होंने 2,258 दिन का कार्यकाल पूरा कर देश के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले गृह मंत्री बनने का रिकॉर्ड बना लिया है। यह रिकॉर्ड अब तक भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नाम था, जिन्होंने 2,256 दिन तक गृह मंत्री पद संभाला था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजग संसदीय दल की बैठक में इस उपलब्धि के लिए शाह की सराहना करते हुए उन्हें “देश की आंतरिक सुरक्षा को नई दिशा देने वाला नेता” बताया।
🔹 ऐतिहासिक फैसलों से भरा कार्यकाल
अमित शाह का कार्यकाल केवल समय की दृष्टि से ही नहीं, बल्कि अपने प्रभाव और ऐतिहासिक फैसलों के कारण भी विशेष रहा है:
▪️ अनुच्छेद 370 की समाप्ति – जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाकर भारत की राजनीतिक एकता को मजबूती दी गई।
▪️ हुर्रियत कॉन्फ्रेंस पर प्रतिबंध और अलगाववादी नेताओं पर कड़ी कार्रवाई।
▪️ आपराधिक कानूनों में क्रांतिकारी बदलाव – IPC, CrPC और Indian Evidence Act को हटाकर भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, और भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू किए गए, जो 1 जुलाई 2024 से प्रभाव में आ चुके हैं।
🔹 आंतरिक सुरक्षा में निर्णायक बढ़त
▪️ नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई – अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन का लक्ष्य तय किया है। अब तक कई क्षेत्र माओवादी प्रभाव से मुक्त हो चुके हैं।
▪️ पूर्वोत्तर भारत में 12 शांति समझौते – 10,000 से अधिक उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया।
▪️ नारकोटिक्स पर कड़ा अभियान – 10 लाख किलोग्राम से अधिक प्रतिबंधित मादक पदार्थ जब्त, जिसकी बाजार कीमत ₹12,000 करोड़ आंकी गई।
🔹 CAA – सबसे चर्चित पहल
शाह के कार्यकाल में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) लागू किया गया, जिसके तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया।
🔹 राजनीतिक मजबूती का प्रतीक
▪️ 2019 लोकसभा चुनाव में बतौर भाजपा अध्यक्ष उन्होंने पार्टी को 300+ सीटें जिताईं।
▪️ 2024 में दोबारा जीत – गांधीनगर से जीतकर लगातार दूसरी बार केंद्रीय गृह मंत्री बने।
🔹 संघ से संसद तक का सफर
अमित शाह का जन्म 1964 में मुंबई में हुआ था।
वे 16 वर्ष की उम्र में RSS से जुड़े और बाद में ABVP के सक्रिय सदस्य बने।
गुजरात की राजनीति से होते हुए उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखा।
2019 में पहली बार गांधीनगर से सांसद बने और तभी से देश के गृहमंत्री हैं।