डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: भारतीय रेल आम यात्रियों को अब कम किराए में आरामदायक, सुरक्षित और आधुनिक सुविधाओं वाली यात्रा का अनुभव देने जा रही है। ‘अमृत काल’ की इस अनुपम सौगात का नाम है — अमृत भारत 2.0 ट्रेन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को बिहार की दूसरी अमृत भारत ट्रेन को सहरसा से मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस के लिए हरी झंडी दिखाएंगे।
मिडिल क्लास और आम जनता के लिए शानदार तोहफा
यह ट्रेन खासतौर से मध्यवर्गीय और अंतिम पंक्ति के लोगों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन की गई है। पूरी तरह से भारत में बने इसके कोच ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का सशक्त उदाहरण हैं। ट्रेन का बाहरी डिज़ाइन आकर्षक है, और अंदर से इसकी सुविधाएं किसी प्रीमियम सेवा से कम नहीं हैं। भारतीय रेल की यह पहल आम आदमी को ‘गर्व के साथ यात्रा’ का अवसर देने की दिशा में बड़ा कदम है।
सुरक्षा और तकनीक में क्रांतिकारी बदलाव
अमृत भारत ट्रेन में पहली बार सेमी-ऑटोमैटिक काउपलर, क्रैश ट्यूब, EP-असिस्टेड ब्रेक सिस्टम, और फायर डिटेक्शन सिस्टम जैसी तकनीकें इस्तेमाल की गई हैं। ट्रेन के नॉन-एसी कोचों में भी अब फायर अलार्म सिस्टम होगा, जो सुरक्षा के नए मानक तय करता है।
यात्रियों के लिए सुविधाओं की भरमार
हर कोच में फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल होल्डर, फास्ट चार्जिंग पोर्ट, और रेडियम इल्यूमिनेटेड फ्लोरिंग दी गई है। दिव्यांगजनों के लिए विशेष शौचालय और प्रत्येक शौचालय में ऑटोमैटिक सोप डिस्पेंसर जैसी सुविधाएं स्वच्छता और समावेशन का बेहतरीन उदाहरण हैं।
रफ्तार का नया चेहरा
यह ट्रेन एलएचबी पुश-पुल रेक तकनीक से लैस है, यानी इसके दोनों सिरों पर इंजन लगे होते हैं। इससे 130 किमी/घंटा की रफ्तार के साथ बेहतर संतुलन और कम ऊर्जा खपत सुनिश्चित होती है।बिहार को मिल रही है दूसरी अमृत भारत ट्रेन
पहले से दरभंगा से आनंद विहार टर्मिनल तक एक अमृत भारत ट्रेन चल रही है। अब सहरसा से मुंबई तक नई ट्रेन के संचालन से मिथिलांचल की सांस्कृतिक राजधानी और भारत की आर्थिक राजधानी के बीच सीधा संबंध बन जाएगा। यह ट्रेन बिहार के मेहनतकश और सपनों से भरे आम नागरिकों के लिए आधुनिकता का प्रतीक बनकर सामने आ रही है।
एक नजर में अमृत भारत ट्रेन
- अधिकतम गति: 130 किमी/घंटा
- कोचों की संख्या: 22
- किराया: 1000 KM की यात्रा लगभग ₹450 मेंहर कोच में
- टॉकबैक सिस्टमसेमी-ऑटोमैटिक काउपलर तकनीकनॉन एसी कोच में फायर डिटेक्शन सिस्टम
- बाहरी इमरजेंसी लाइट्स और सुरक्षा उपकरण
प्रधानमंत्री मोदी का विज़न, रेल मंत्री की पहलप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि ये ट्रेनें गरीबों की गरिमा को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं। वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, “यह कम आय वाले और मिडिल क्लास के लिए सस्ती लेकिन हाई-क्वालिटी यात्रा का नया अनुभव हैं।”