क्या आपने पंचायत सीरीज देखी है? देखी ही होगी, ये भी कोई पूछने वाले बात थोड़े ना है। इन दिनों बिहार में भी विधायक जी और सचिव जी वाला खेला खूब चर्चा में है। सचिव जी ने फोन पर विधायक जी का परिचय क्या पूछ लिया, विधायक जी तो भड़क गए। सचिव जी को जूते से मारने की धमकी दे डाली। अब सचीव जी भी कहां दबने वाले थे। बात थाने तक पहुंच गई।

पंचायत सचिव संदीप ने पटना के एससी-एसटी थाने में भाई वीरेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में उन्होंने भाई वीरेंद्र के खिलाफ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। कहा है कि विधायक ने ने जूते से मारने की बात कही है, जिसके बाद से वो डरे हुए हैं और मानसिक उत्पीड़न भी झेल रहे हैं।
डरे हुए हैं “सचिव जी”
थाना को दिए गये आवेदन में पंचायत सचिव ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजद विधायक ने उनको प्रोटोकॉल का पाठ पढ़ाते हुए जूता मारने की बात कह रहे थे। साथ ही यह भी कहा कि विधायक को नहीं पहचानने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी, लेकिन कौन सी कार्रवाई हो सकती है इस बात पर संदेह है। पंचायत सचिव ने कहा कि अंत में विधायक जी ने जिस तरह से कहा है वैसे में डरना जरुरी है।
पहली बार विधायक ने किया फोन, इसलिए पहचान नहीं सके सचीव जी
संदीप कुमार बलुआ पंचायत में पंचायत सचिव के रूप में कार्यरत हैं एवं सराय पंचायत का अतिरिक्त प्रभार हैं, जो मनेर प्रखंड में आता है। संदीप कुमार ने कहा कि अगर सुरक्षा की जरूरत पड़ेगी तो सीनियर अधिकारी से मिलकर अपनी मांग रखूंगा। उन्होंने आवेदन में बताया कि 26 जुलाई की शाम 5.30 बजे वह मनेर प्रखंड कार्यालय में कार्य कर रहे थे। तभी उनके मोबाइल पर कॉल आया। फोन उठाने पर बोला गया कि मैं भाई वीरेंद्र जी बोल रहा हूं। पहली बार उनका फोन मेरे पास आया था, जिसकी वजह से उनको पहचानने में भूल कर दिया।
विधायक जी का पक्ष भी जान लीजिए
राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने अपनी बात सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा है कि, “मेरे विधानसभा क्षेत्र के एक पंचायत सचिव द्वारा मेरी एक रिकॉर्डेड कॉल को जानबूझकर सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स में वायरल किया जा रहा है। उस कॉल में मैंने कुछ कड़े शब्द ज़रूर कहे, जिसका मुझे खेद है — लेकिन यह बात भी सभी जान लें कि जब मैंने उसे फोन किया, वह न तो शिष्टाचार से पेश आया, न अभिवादन किया और न ही जनता के कार्य को गंभीरता से लिया। मैं एक जनप्रतिनिधि हूं और जनता की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहता हूं। जब एक पंचायत सचिव मुझे इस तरह की बेतुकी और लापरवाह भाषा में जवाब देता है, तो ज़रा सोचिए — वह आम जनता, गरीबों, और जरूरतमंदों से कैसा व्यवहार करता होगा?
क्या है पूरा मामला
दरअसल, मनेर से आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने अपने क्षेत्र की रहने वाली रिंकी देवी के पोते के मृत्यु प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी लेने के लिए कॉल किया था। पंचायत सचिव ने भाई वीरेंद्र से उनका परिचय पूछ लिया, जिसके बाद वो भड़क गए थे। विधायक और पंचायत सचिव के बीच फोन पर बातचीत के दौरान हुई बहस इतनी बढ़ गई कि राजद के मनेर से विधायक भाई वीरेंद्र ने पंचायत सचिव को जूता से मरने तक की धमकी दे दी।