रांची में व्यापक बंद, जगह-जगह प्रदर्शन
भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में बुधवार को आहूत रांची बंद का व्यापक असर राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में देखने को मिल रहा है। कांके चौक सहित दर्जनों स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बंद के समर्थन में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ समेत कई बड़े भाजपा नेता भी सड़कों पर उतर आए हैं।
बंद के समर्थन में भाजपा नेता सड़कों पर, 50 से अधिक कार्यकर्ता हिरासत में
रांची पुलिस ने एहतियातन भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव, भैरव सिंह और डोरंडा मंडल अध्यक्ष पियूष विजयवर्गीय सहित 50 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। पुलिस का कहना है कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
शहरभर में प्रदर्शन, टायर जलाकर विरोध
रांची के रातू रोड, अरगोड़ा, किशोरगंज, बरियातू, ओरमांझी, बेड़ो, धुर्वा, खलारी, कांके, रातू और बूटी मोड़ सहित कई इलाकों में भाजपा कार्यकर्ता जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। कांके में बुधवार शाम हुई अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में यहां सबसे ज्यादा उग्र प्रदर्शन हो रहा है। जगह-जगह टायर जलाकर सड़कें जाम कर दी गई हैं, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है।
स्कूल, बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद
रांची बंद का असर शहर के व्यापारिक और शैक्षणिक गतिविधियों पर भी पड़ा है। सभी स्कूल बुधवार को बंद रखे गए हैं, जबकि बाजार, हाट और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी पूरी तरह से बंद हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है और केवल सुरक्षा बल ही मुस्तैद नजर आ रहे हैं।
अनिल टाइगर हत्याकांड: मुख्य आरोपी रोहित वर्मा गिरफ्तार, अमन सिंह की तलाश जारी

भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी रोहित वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि रोहित वर्मा को गोली लगी थी और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूछताछ के दौरान रोहित वर्मा ने हत्या की पूरी वजह का खुलासा किया है।
हत्या के पीछे पुरानी दुश्मनी का एंगल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रोहित वर्मा और उसके सहयोगी का अनिल टाइगर के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसके अलावा, अनिल टाइगर पर कई हत्याओं की साजिश रचने का आरोप भी था।
हत्या के पीछे एक प्रमुख कारण लोहरदगा में मारे गए कुख्यात अपराधी शुभम जायसवाल (छोटू) की हत्या का बदला बताया जा रहा है। रोहित वर्मा, शुभम जायसवाल का करीबी था, और उसे संदेह था कि शुभम की हत्या के पीछे अनिल टाइगर का हाथ था। इस शक के कारण रोहित वर्मा और उसके साथियों ने मिलकर अनिल टाइगर की हत्या की योजना बनाई।
लोहरदगा फायरिंग: शुभम जायसवाल की हत्या से जुड़ा है पूरा मामला
गौरतलब है कि 14 जनवरी को लोहरदगा जिले के कुड़ू बस स्टैंड में दिनदहाड़े गोलीबारी हुई थी, जिसमें कुख्यात अपराधी शुभम जायसवाल उर्फ छोटू की मौके पर ही मौत हो गई थी। शुभम का नाम रांची के पंडरा में 13 लाख की लूट और फायरिंग मामले में भी आया था।
पुलिस को शक है कि शुभम जायसवाल की हत्या के बाद से ही रोहित वर्मा और उसके साथी बदले की योजना बना रहे थे। इसी कड़ी में रोहित वर्मा और अमन सिंह ने अनिल टाइगर की हत्या को अंजाम दिया।
अमन सिंह की तलाश जारी, पुलिस कर रही छापेमारी
हत्या में रोहित वर्मा के साथ शामिल अमन सिंह फरार है। पुलिस के अनुसार, अमन सिंह पिछले ढाई महीने से अपने घर नहीं लौटा। उसके पिता ने पुलिस को बताया कि शुभम जायसवाल की हत्या के बाद से ही वह गायब है।
पुलिस को शक है कि या तो अमन सिंह को डर था कि अनिल टाइगर उसकी भी हत्या करा सकता है, या फिर वह खुद बदला लेने की कोशिश में था। पुलिस अब अमन सिंह की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
रांची में सुरक्षा के कड़े इंतजाम, पुलिस अलर्ट पर
रांची बंद और उग्र प्रदर्शन को देखते हुए शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और पुलिस लगातार गश्त कर रही है। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
भविष्य की कार्रवाई
- पुलिस अमन सिंह को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है।
- अनिल टाइगर की हत्या के मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
- रांची बंद के दौरान किसी भी तरह की हिंसा रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है।
इस हत्याकांड के बाद झारखंड की राजनीति में उबाल आ गया है। भाजपा लगातार राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रही है, जबकि पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच का दावा कर रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।