पाकिस्तान ने अखनूर में भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की कोशिश की गई। इस दौरान जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गए। हालांकी, जवानों ने आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गई।
आतंकियों को घुसपैठ करवाने के उद्देश्य से सीमा पार से गोलीबारी की गई, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। यह भी कहा जा रहा है कि संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए भारतीय सुरक्षाबलों ने गोलीबारी की है। घुसपैठ की सूचना पर भारतीय सेना बॉर्डर एरिया के कई जगह पर अभियान चला रही है। वहां आतंकियों के छिपे होने की आशंका है।
अधिकारियों के मुताबिक, सतर्क जवानों ने शुक्रवार देर रात केरी भट्टल क्षेत्र में अग्रिम वन क्षेत्र में एक नाले के पास भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह को देखा और उन्हें चुनौती दी, जिसके बाद भीषण गोलीबारी हुई जो काफी देर तक जारी रही। आगे बताया कि मुठभेड़ में एक जेसीओ घायल हो गया और बाद में उनका बलिदान हो गया। उन्होंने बताया कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। अतिरिक्त बल तैनात है। तलाशी अभियान जारी था।
एक दिन पहले जैश कमांडर सैफुल्लाह ढेर
इस घटना के पहले राज्य के किश्तवाड़ में भारतीय सेना ने शुक्रवार को जैश कमांडर समेत तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया। ढेर हुए आतंकी की पहचान जैश कमांडर सैफुल्लाह के रूप में हुई है। इसके उपर पांच लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी
बता दें कि जम्मू क्षेत्र में इस साल आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी गई है। मार्च में कई मुठभेड़ों में चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबिकि दो आतंकवादी मारे गए। 27 मार्च को ऐसे ही एक ऑपरेशन में दो आतंकवादी और चार पुलिसकर्मी मारे गए, जबकि एक डीएसपी सहित तीन अन्य अधिकारी घायल हो गए। इस साल अब तक पूरे क्षेत्र में पांच मुठभेड़ हुए हैं। तीन कठुआ, एक उधमपुर और एक किश्तवाड़ में। बताया जाता है कि आतंकवादी जम्मू संभाग के पहाड़ी इलाके में फिर से खुद को संगठित करने में जुटे हैं।