हजारीबाग – झारखंड के कलाकारों के लिए एक ऐतिहासिक पहल की घोषणा की गई है। राज्य सरकार अब कलाकारों को पहचान के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान करने जा रही है। कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री सुदिव्य कुमार ने ‘कलाकार महोत्सव’ के मंच से इस योजना का ऐलान किया।
मंत्री ने कहा कि राज्य में कलाकारों का वृहद निबंधन अभियान चलाया जाएगा और उन्हें एक विशेष बीमा योजना से जोड़ा जाएगा, ताकि आपात स्थितियों में उन्हें आर्थिक सहारा मिल सके। उन्होंने कहा,
“कलाकार समाज की सांस्कृतिक आत्मा होते हैं, और उनकी सुरक्षा व पहचान सरकार की जिम्मेदारी है।”
इस योजना के तहत पारंपरिक कला जैसे सोहराय पेंटिंग, पैतकर चित्रकला, छऊ नृत्य सहित अन्य लोककलाओं को बढ़ावा देने वाले कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, उनके कलात्मक योगदान को प्रमाणित करने हेतु एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया जाएगा।
कार्यक्रम की खास बातें:
हजारीबाग में आयोजित कार्यक्रम में पारंपरिक नृत्य, संगीत और चित्रकला की झलक देखने को मिली।
मंच पर मंत्री सुदिव्य कुमार के साथ सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, कांग्रेस नेता मुन्ना सिंह और कई स्थानीय गणमान्य भी मौजूद रहे।
मंत्री ने राज्य की लोककलाओं के संरक्षण को लेकर अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।