रांची : झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बने कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। घटना आज अहले सुबह पलामू में हुई है। जब अमन साहू को रांची पुलिस की टीम रायपुर से पूछताछ के लिए रिमांड पर रांची ला रही थी।
बता दे पलामू में चैनपुर थाना क्षेत्र में अमन की गाड़ी पर बम से हमला किया गया। इस दौरान गाड़ी दुर्घटना की शिकार हो गई। इस बीच ही अमन साहू भागने की कोशिश करने लगा, पुलिस की ही हथियार छिन कर फायरिंग कर दी। जिसमें एक जवान भी घायल हुआ है। इस बीच पुलिस जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और गाड़ी से निकल कर भाग रहे अमन पर फायरिंग कर दी।जिसके बाद पुलिस की टीम ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया।
जानिए कौन है अमन साव
अमन साहू रांची के ठाकुरगांव के समीप मतबे गांव का रहने वाला था। उस पर झारखंड में रंगदारी, हत्या, एक्सटॉर्शन सहित 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। कोयला व्यवसाययों के बीच उसका दबदबा बना हुआ था। करीब 2013 में उसने अपना गैंग बनाया था।
उसके गांव के लोग बताते है कि अमन एक साधारण लड़का था कभी किसी से झगड़ा लड़ाई नहीं करता था। मैट्रिक के पढ़ाई के दौरान किसी केस में पहली बार जेल गया। जेल में करीब 10 महीने रहने के बाद उसने आगे की पढ़ाई को पूरा की। अच्छे नम्बर से इंटर करने के बाद डिप्लोमा किया। इस दौरान उसने एक मोबाइल दुकान खोला। उसकी मुलाकात कई अपराधियों से हुई। जिसके बाद से उसका कुनबा धीरे-धीरे बढ़ने लगा। इसके बाद उसने हत्या की वारदात को अंजाम देना शुरू किया। इस तरह धीरे-धीरे उसका आतंक पूरे झारखंड में फैलने लगा। अमन साव अपने साथ पढ़े लिखे हाई टेक युवाओं को पैसे का लालच देकर जोड़ता चला गया। पुलिस ने 2019 में पहली बार गिरफ्तार किया था, लेकिन वह पुलिस गिरफ्त से किसी तरह भाग गया। दुबारा अमन तीन साल बाद 2022 में पुलिस की गिरफ्त में आया।
डॉन अमन साहू ने 17 साल के उम्र में अपराध की दुनिया में अपना कदम रखा। किसी को नहीं मालूम था कि यह गांव का मासूम लड़का एक दिन झारखंड का बड़ा गैंगस्टर बन जाएगा। आज अमन साहू अपराध की दुनिया का एक बड़ा नाम बन गया था। यही अमन साव गैंग पिछले 15 सालों से झारखंड के कोयला कारोबारियों के नाक में दम कर रखा है।
यूपी के गैंगस्टर विकास दुबे की तर्ज पर मारा गया अमन साहू
अमन साहू को यूपी पुलिस के स्टाइल में ही एनकाउंटर किया गया। यूपी के कुख्यात अतीक अहमद के बेटे असद और गैंगस्टर विकास दुबे को भी इसी तरह मारा गया था। यूपी वाले बाबा का फार्मूला झारखंड में काम आया। यू तो हर अपराधी का अंत एक न एक दिन जरूर होता है।