बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में प्रसिद्ध युवा गायिका मैथिली ठाकुर ने ऐसा राजनीतिक धमाका किया, जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की होगी। पहली बार चुनाव मैदान में उतरी 25 वर्षीय मैथिली ने अलीनगर सीट से 11,730 मतों के अंतर से शानदार जीत दर्ज की और बिहार की सबसे कम उम्र की विधायक बन गईं।
मैथिली ठाकुर ने कुल 84,915 वोट हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी और राजद के वरिष्ठ नेता 63 वर्षीय बिनोद मिश्रा को 73,185 वोट ही मिल सके। इस जीत ने साफ कर दिया कि मैथिली की लोकप्रियता केवल संगीत मंचों तक सीमित नहीं, बल्कि जनता में भी उनकी मजबूत स्वीकार्यता है।
जनसेवा होगा पहला लक्ष्य, अलीनगर का नाम बदलने का प्रस्ताव भी दोहराया
जीत के बाद मैथिली ठाकुर ने कहा कि उनका उद्देश्य बिहार की जनता की सेवा करना है और वह क्षेत्र के विकास कार्यों को प्राथमिकता देंगी। उन्होंने यह भी दोहराया कि अलीनगर का नाम बदलकर सीतानगर करना उनकी प्राथमिक योजनाओं में शामिल है।
लोकप्रिय गायिका से विधायक तक का सफर
बिहार में विधायकों की औसत आयु जहां लगभग 51 वर्ष है, वहीं मात्र 25 वर्ष की मैथिली इस बार की विधानसभा में सबसे युवा चेहरा बनकर उभरी हैं। उनसे पहले 2005 में तौसीफ आलम और 2015 में तेजस्वी यादव 26 वर्ष की उम्र में विधायक बने थे।
जन्म: 25 जुलाई 2000, मधुबनी के बेनीपट्टी में
मैथिली ठाकुर देश की जानी-मानी शास्त्रीय, लोक और भक्ति संगीत गायिका हैं।
पिता: रमेश ठाकुर (संगीत शिक्षक)
माता: भारती ठाकुर (गृहिणी)
बचपन से ही संगीत में माहिर मैथिली अपने भाइयों ऋषभ और अयाची के साथ देशभर में परफॉर्म करती रही हैं। उन्होंने लिटिल चैंप्स, इंडियन आइडल जूनियर और राइजिंग स्टार जैसे बड़े रियलिटी शोज में हिस्सा लिया। ‘राइजिंग स्टार’ ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर रातोंरात पहचान दिलाई।
इसके बाद मैथिली ने देश-विदेश के मंचों पर प्रदर्शन किया और कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किए।

