धनबाद में ATS की बड़ी कार्रवाई: इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा अम्मार याशर गिरफ्तार, हिज्ब-ISIS नेटवर्क का पर्दाफाश

KK Sagar
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धनबाद, 1 मई 2025: झारखंड में आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए धनबाद जिले के शमशेर नगर से इंडियन मुजाहिदीन (IM) से जुड़े पूर्व आतंकी अम्मार याशर को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब राज्य में आतंकी संगठनों की गतिविधियों को लेकर अलर्ट जारी किया गया था।

अम्मार याशर के मोबाइल से मिले संदिग्ध दस्तावेज

ATS को अम्मार के मोबाइल फोन से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से संबंधित कई संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल सबूत मिले हैं। पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि अम्मार पूर्व में इंडियन मुजाहिदीन का सक्रिय सदस्य रह चुका है। वर्ष 2014 में जोधपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जहाँ वह करीब 10 वर्षों तक बंद रहा। मई 2024 में वह जमानत पर रिहा होकर धनबाद लौटा, जहां उसने फिर से पुराने नेटवर्क को सक्रिय करना शुरू कर दिया।

धनबाद में 5 गिरफ्तार, पहलगाम हत्याकांड से जुड़ाव की जांच

अम्मार याशर की गिरफ्तारी से पहले ही ATS ने 26 अप्रैल को गुलफाम हसन, अयान जावेद, मोहम्मद शहजाद आलम और शबनम प्रवीण को गिरफ्तार किया था। इनसे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हत्याकांड से संबंधित तार जुड़ने की संभावना पर पूछताछ की जा रही है। इन पांचों के पास से हथियार, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और प्रतिबंधित साहित्य बरामद किया गया है।

शबनम पर गंभीर आरोप, फर्जी पहचान और युवाओं की कट्टरपंथी भर्ती का खुलासा

वासेपुर निवासी शबनम प्रवीण पर आतंकवादी संगठनों जैसे अलकायदा, ISIS और हिज्ब उत-तहरीर के लिए युवाओं की भर्ती करने, उन्हें धार्मिक कट्टरता की शिक्षा देने, और फर्जी पहचान पत्र तैयार करने का आरोप है। शबनम के पास से चार आधार कार्ड बरामद किए गए, जिनमें उसकी अलग-अलग उम्र दर्ज थी — 20 से 23 साल के बीच।

सूत्रों के अनुसार, शबनम ने अयान जावेद से प्रेम विवाह किया था, लेकिन ससुराल में न रहकर शमशेर नगर में भाड़े के मकान में साइबर कैफे चलाती थी। इसी के जरिए वह युवाओं को बहकाने और आतंकी संगठनों से जोड़ने का काम करती थी। अयान जावेद भी शादी के बाद इस नेटवर्क से जुड़ गया था।

हथियारों की डीलिंग और हजारीबाग कनेक्शन

पूछताछ में यह भी सामने आया है कि यह आतंकी गिरोह हथियारों की खरीद-फरोख्त में भी लिप्त था। जानकारी के अनुसार, कुछ हथियारों की डीलिंग हजारीबाग में हुई थी, जिनकी तलाश अब ATS कर रही है। धनबाद के वासेपुर और भूली इलाके में टीम की निगरानी तेज कर दी गई है।

झारखंड से दूसरे राज्यों में ट्रेनिंग की थी योजना

ATS को मिले इनपुट के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की योजना थी कि झारखंड के युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर दूसरे राज्यों में प्रशिक्षण दिलाया जाए। पर ATS की समय रहते की गई कार्रवाई से यह योजना विफल हो गई।

UAPA समेत कई धाराओं में केस दर्ज

सभी गिरफ्तार आरोपियों पर UAPA (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) समेत देशद्रोह, फर्जीवाड़ा, और अवैध हथियार रखने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ जारी है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

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