रामगढ़: राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ० महालक्ष्मी प्रसाद की अध्यक्षता में एक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर का उद्देश्य आमजन को डेंगू के खतरे, बचाव और नियंत्रण के उपायों के प्रति जागरुक करना और इससे निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम के दौरान जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ० अजय चौधरी ने बताया कि डेंगू एक विषाणुजनित बीमारी है, जो संक्रमित मादा एडिस मच्छर के काटने से होती है। चूंकि इसके लिए अभी तक कोई टीका या दवा उपलब्ध नहीं है, ऐसे में बचाव ही सबसे कारगर उपाय है। डॉ० चौधरी ने मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करने और जनजागरुकता को ही रोकथाम का सर्वोत्तम तरीका बताया।
सिविल सर्जन परिसर से शहरी क्षेत्रों की सहियाओं के द्वारा एक जागरुकता रैली निकाली गई, जिसमें लोगों को डेंगू से बचाव के उपाय बताए गए। इसके बाद सिविल सर्जन सभागार में डेंगू से रोकथाम और सुरक्षा को लेकर सभी स्वास्थ्यकर्मियों और पदाधिकारियों ने सामूहिक शपथ भी ली।
इस अवसर पर उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, डॉ० ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ० स्वराज, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ० तुलिका रानी, एनपीपीसीएफ की जिला सलाहकार डॉ० पल्लवी कौशल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक बिजय प्रसाद, डाटा प्रबंधक रश्मि आनंद, कार्यक्रम समन्वयक रंजीत कुमार सिंह, वीबीडी सलाहकार संजना कुमारी, एमपीडब्लू मो० मिन्हाज अंसारी, पिरामल फाउंडेशन से रितेश कुमार सिंह सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।