धनबाद: एसएसएलएनटी SSLNT महिला कॉलेज में गुरुवार को धनबाद पुलिस द्वारा छात्राओं के लिए आपातकालीन सहायता प्रणाली (ERSS-112) पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को संकट के समय डायल 112 सेवा की उपयोगिता और इससे मिलने वाली त्वरित सहायता के बारे में विस्तार से जानकारी देना था।
इस कार्यशाला में डीएसपी (सीसीआर) सुमित कुमार, उप-निरीक्षक गौरव कुमार और महिला थाना प्रभारी मीनू कुमारी ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि 112 नंबर डायल कर किसी भी आपात स्थिति में पुलिस, एंबुलेंस या फायर ब्रिगेड जैसी सेवाओं को तुरंत बुलाया जा सकता है।
छात्राओं ने रखी सुरक्षा से जुड़ी समस्याएं, पुलिस ने दिए समाधान के निर्देश
कार्यक्रम के दौरान कॉलेज की प्राचार्या ने शहर में चल रही काले शीशे वाली गाड़ियों पर आपत्ति जताई और इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं, छात्राओं ने अपनी सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं और पुलिस की कुछ विफलताओं को उजागर किया। डीएसपी सुमित कुमार ने उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुना और संबंधित थानों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश देने की बात कही।
जागरूक नागरिक बनने की अपील
डीएसपी सुमित कुमार ने छात्राओं को जागरूक नागरिक बनने की सलाह दी और कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या आपातकालीन स्थिति में 112 हेल्पलाइन के अलावा पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर पर भी संपर्क किया जा सकता है। इससे आम जनता अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।
112 सेवा से कई पीड़ितों को मिली त्वरित सहायता
मीडिया से बातचीत में डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि 112 हेल्पलाइन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ऐसे कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई मामलों में 112 के माध्यम से त्वरित सहायता दी गई और पीड़ितों को राहत पहुंचाई गई।
धनबाद पुलिस के इस प्रयास को छात्राओं और कॉलेज प्रशासन ने सराहा और उम्मीद जताई कि ऐसी जागरूकता कार्यशालाएं नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी, जिससे छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।