भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भ्रष्टाचार पर झारखंड के CM चंपाई सोरेन को घेरते हुए उनकी की गई समीक्षा बैठक पर सवाल खड़ा किये हैं। बता दें कि विगत दिनों जिस प्रकार से राज्य के अधिकारीयों की गिरफ़्तारी भ्रष्टाचार को लेकर हुई है और लगातार ED कार्रवाई कर रही है जिसमें हर एक दिन नए खुलासे होते जा रहें है ऐसे में यह सवाल उठना लाज़मी है।
बाबूलाल मरांडी ने ब्यूरोक्रेसी में अधिकारियों के ट्रांसफ़र, पोस्टिंग को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि
आदरणीय मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन जी,
ब्यूरोक्रेसी में “स्पॉयल्स सिस्टम” एक प्रचलित शब्द है। यह एक ऐसा सिस्टम है जिसमें अधिकारियों के ट्रांसफ़र, पोस्टिंग, और दायित्व का आधार मेरिट न होकर चापलूसी, घूसख़ोरी, लॉबिंग और सिंडिकेट होता जा रहा है।
हाल ही में आपकी समीक्षा बैठक के दौरान, हमारे राज्य के कुछ युवा IAS/IPS अधिकारियों में इस शब्द की खूब चर्चा रही। युवा अधिकारी, जो भविष्य में झारखंड की कमान संभालेंगे, गहरी निराशा और हताशा महसूस कर रहे हैं। जो भ्रष्ट अधिकारी हर दूसरे दिन ED दफ़्तर के चक्कर लगा रहे हैं, वही समीक्षा बैठक में बैठकर झारखंड की पॉलिसी पर प्रवचन दे रहे हैं।
जिन अधिकारियों पर सीधे भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, वे आपके अगल-बगल बैठकर यह संदेश दे रहे हैं कि भ्रष्टाचार करके ही मुख्यमंत्री का चहेता बना जा सकता है। इससे ज़्यादा शर्म की बात और क्या होगी कि जिन अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा आपको करनी चाहिए, वे बैठकर हमारे राज्य की समीक्षा कर रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए, हमारे राज्य के कुछ युवा अधिकारी आपके सिस्टम से इतने त्रस्त हैं कि वे केंद्र सरकार में डेपुटेशन पर जाने की तैयारी कर रहे हैं।