धनबाद: उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी वरुण रंजन के निर्देशानुसार स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान – 2024 के सफल क्रियान्वयन हेतु पुराने समाहरणालय के सभागार में बैठक की गई।बैठक में सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानू प्रतापन ने स्पर्श कुष्ट जागरूकता अभियान की रुपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी दी।उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी से 13 फरवरी 2024 तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के तहत लोगों को कुष्ट रोग के लक्षण एवं ईलाज के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस वर्ष कुष्ठ जागरूकता अभियान का थीम “कलंक को समाप्त करना गरिमा को अपनाना” रखा गया है।उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग छूने से नहीं फैलता है। एमडीटी दवा के सेवन से इसका ईलाज संभव है।उन्होंने बताया कि त्वचा में बदरंग दाग जिसमें पूर्णतः सुन्नपन या हल्का सुन्नपन्न होना, चेहरा चमकदार या तेलिया दिखाई देना, त्वचा में गठान दिखाई देना, कान के किनारे मोटापन, गठान या चेहरे में गठान, आँख का फलक बंद करने में कठिनाई होना या आँख से पानी आना, भौं का झड़ जाना, नाक का दब जाना, कोहनी या घुटना में दर्द या झुनझूनी कुष्ट रोग के लक्षण हो सकते है।इसके अलावा ठंडा या गर्म महसूस नहीं होना, हथेली में सून्नपन, किसी चीज को उठाने या पकड़ने में कठिनाई होना, कमीज का बटन लगाने में कठिनाई होना, हाथ की उंगलियों या पैर के अंगूठे में झुनझूनी, हाथ/पाँव में झुनझूनी, हाथ/पाँव में दर्दरहित घाव होना या जलने का एहसास ना होना, हाथ/पाँव की उँगलियों का मुड़ जाना, चलते समय चप्पल का अपने आप निकल जाना या पंजा को ऊपर नहीं उठा पाना /कलाई का झूल जाना भी इसके लक्षण हो सकते है।
उन्होंने कहा इनमें से कोई एक या अधिक लक्षण हो तो उसे छुपाये नहीं बल्कि अविलम्ब नजदीकी अस्पताल में जाँच के लिए जायें।स्पर्श कुष्ट जागरूकता अभियान के तहत पंचायत स्तर पर ग्राम सभा में मुखिया के द्वारा, आंगनबाड़ी में आंगनबाड़ी सेविका के द्वारा तथा विद्यालय स्तर पर शिक्षकों के द्वारा कुष्ठ रोग से सम्बंधित सन्देश पढ़ कर कुष्ट रोग के प्रति जागरूक किया जाएगा तथा कुष्ट निवारण हेतु अपना योगदान देने की प्रतिज्ञा दिलायी जाएगी। इसके अलावा पोस्टर बैनर, समाचार पत्र, सोशल मीडिया इत्यादि के द्वारा भी लोगों को कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक किया जाएगा।बैठक में सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानू प्रतापन, डब्लूएचओ रांची से डॉ मनोज कुमार, डब्लूएचओ के एसएमओ डॉक्टर अमित कुमार, डीआरसीएचओ डॉक्टर रोहित गौतम, जिला कुष्ट रोग पदाधिकारी डॉ मंजु दास, डॉ विकास कुमार राणा, सभी प्रखंड के कार्यक्रम प्रबंधक सहित अन्य लोग मौजूद थे।