बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन एक्टिव, तेजस्वी की राहुल-खड़गे से रणनीतिक मुलाकात,क्या हुई बात?

Anupam Kumar
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डिजिटल डेस्क।मिरर मीडिया: इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की अगुवाई वाले महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। इसी सिलसिले में दिल्ली में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की। इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इसमें सीटों के बंटवारे और मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चर्चा हुई।

सीएम फेस को लेकर तेजस्वी ने दिया कूटनीतिक जवाब

बैठक के बाद जब तेजस्वी यादव से पूछा गया कि क्या उन्हें महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया गया है, तो उन्होंने स्पष्ट जवाब देने से बचते हुए कहा, आपलोग चिंतित मत होईए। हम लोग आपस में बैठ कर यह तय कर लेंगे।तेजस्वी ने इतना जरूर कहा कि महागठबंधन पूरी तरह तैयार है और सभी दल मिलकर बिहार को आगे ले जाने का काम करेंगे।

सीटों के बंटवारे पर फिर अटका पेंच

बैठक के दौरान सीटों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस इस बार भी 70 से ज्यादा सीटों की मांग कर रही है, जैसा कि उसने 2020 के चुनाव में किया था। लेकिन आरजेडी कांग्रेस के पिछले प्रदर्शन को देखते हुए इतनी सीटें देने के पक्ष में नहीं दिख रही है। यह सीट शेयरिंग महागठबंधन की एकजुटता के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।

सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में मतभेद बरकरार

हालांकि आरजेडी की ओर से लगातार तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस बताया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस के भीतर इस पर सहमति नहीं बन सकी है। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार, प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और नेता कन्हैया कुमार जैसे नेता अब तक तेजस्वी को सीएम चेहरा घोषित करने से बचते रहे हैं।

सचिन पायलट भी दे चुके हैं कूटनीतिक बयान

हाल ही में बिहार दौरे पर आए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से परहेज़ किया। इसके उलट, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने तो अपने ही प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने की मांग तक उठा दी है।

नजरें अब महागठबंधन की अगली बैठक पर

अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि महागठबंधन कब औपचारिक तौर पर सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा करता है। फिलहाल कांग्रेस और आरजेडी के बीच चल रही खींचतान से यह तय है कि आगे की राह इतनी आसान नहीं होगी।

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