झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद अब झारखंड की सत्ता में हलचल मचने का अंदेशा दिख रहा है। झारखंड राज्य की सत्ता संभाले मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी थोड़े स्थिर और अलग थलग दिखने लगे हैं। बता दें कि झारखंड में सत्ता दल के विधायकों की बैठक बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में होना तय है। जिसमें झारखंड गठबंधन के तमाम सत्ता दल शामिल होंगे। इसे लेकर कॉंग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद भी झारखंड पहुँच चुके हैं।
हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के साथ झारखंड की होने वाली यह बैठक काफ़ी अहम माना जा रहा है। इधर बैठक तय होने के बाद से ही मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यक्रम से ख़ुद को किनारा कर लिया है। वहीं मंगलवार को पूरे दिन वे अपने आवास में ही बिताएं जबकि वे दुमका में अपने कार्यक्रम में भी भाग नहीं लिए उनके जगह पर हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन ने 2हजार 225 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
अपने आवास में चंपाई सोरेन ने केवल हेमंत सोरेन से मुलाक़ात की जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी उनसे मुलाक़ात की, हालांकि इस बैठक के क्या मायने है यह बता पाना मुश्किल है पर जिस तरह से आज बैठक होने वाली है उसके मायने कुछ अलग नजर आ रहें हैं।