जहानाबाद (बिहार) – जहानाबाद जिले से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित है एक अनोखा गांव – भगवानपुर। सेवनन पंचायत के अंतर्गत आने वाला यह छोटा सा गांव केवल 20 से 25 घरों का है, लेकिन इसकी पहचान पूरे देश में खास है। भगवानपुर को लोग प्यार से ‘फौजियों का गांव’ कहते हैं, और इसके पीछे की वजह है यहां की हर गली से उठती देशभक्ति की गूंज।
इस गांव में लगभग हर घर से कोई न कोई युवा सेना, सीआरपीएफ या एसएसबी में देश की सेवा में तैनात है। यहां तक कि कई परिवारों में पिता और पुत्र या दो भाई एक साथ सेना में कार्यरत हैं। गांव में कुल 14 से 15 लोग फौज में हैं, जिनमें से कई सूबेदार, हवलदार जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं।
भगवानपुर के लोगों का कहना है कि देशभक्ति उन्हें विरासत में मिली है। गांव के बच्चे बचपन से ही सेना और पुलिस की तैयारी में जुट जाते हैं। सुबह और शाम की दिनचर्या में शारीरिक अभ्यास और अनुशासन शामिल होता है। गांव के किसानों का मानना है कि जैसे वे खेतों में पौधों की देखभाल करते हैं, वैसे ही अपने बच्चों को भी देश सेवा के लिए तैयार करते हैं।
यह गांव उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया है, जो सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं। भगवानपुर की मिट्टी में बसती है वह खुशबू, जो हर सांस में देश के प्रति समर्पण भर देती है।