जमशेदपुर : भाई के लंबी उम्र की कामना हर बहनों के मन व दिलों में सदियों से रही है। भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पर्व भाईदूज आज धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। भाई दूज को लेकर बहन भाइयों में काफी उत्साह भी देखने को मिला। बहनों ने भाइयों को तिलक लगाया और भगवान से लंबी आयु की कामना की। विवाहित बहनें अपने ससुराल से भाई दूज के दिन बहनें भाइयों के घर पहुंचीं। इसके बाद उन्होंने अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी और उनके लिए दुआएं मांगी। इस अवसर बहनों ने भाइयों को मिठाई के साथ उपहार भेंट में दिए।

रक्षाबंधन की तरह भाईदूज के त्योहार का इंतजार बहनों को ही नहीं, बल्कि भाइयों को भी रहता है। बहनों ने सुबह से ही पर्व की तैयारियां शुरू कर दी थी। घरों में छोटे बच्चों ने भी यह त्योहार मनाया। युवतियों और महिलाओं ने भाई के माथे पर मंगल टीका लगाकर अपनी रक्षा का वचन लिया। इस पर्व को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए।

यमुना ने उनका आदर-सत्कार कर पूजा की और भोजन कराया। इससे प्रसन्न हुए यमराज से यमुना ने वरदान मांगा कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन के घर जाकर भोजन करेगा, वह दीर्घायु हो और बहन के घर हमेशा ख-संपत्ति हो। तब से यह पर्व भाई-बहन के प्रगाढ़ प्रेम के नाम पर मनाया जाता है। इस दिन यमुना नदी में स्नान और पूजा-अर्चना करने का भी विधान है। यम द्वितीया पर चित्रगुप्त की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि चित्रगुप्त यमलोक में धर्म-अधर्म, पुण्य-पाप का लेखा-जोखा करते हैं। उन्हें यमराज का वरदान था कि यम द्वितीया के दिन जो व्यक्ति चित्रगुप्त की पूजा करेगा, उसे स्वर्गलोक की प्राप्ति होगी।