झारखंड़ : हजारीबाग प्रशासन ने बुधवार को बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद और उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के कब्जे से 50 डिसमिल सरकारी जमीन मुक्त करा लिया।
उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देश पर चार मजिस्ट्रेट और सुरक्षा बलों की मौजूदगी में पोकलेन से चदरेवाली घेराबंदी तोड़ी गयी। साथ ही हजारीबाग सदर के अंचल अधिकारी द्वारा खासमहाल की जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप में विधायक अंबा प्रसाद व पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी है।
पूरे मामले पर जानकारी देते हुए सदर सीओ शशिभूषण सिंह ने बताया कि हजारीबाग के हुरहुरू थाना संख्या 157 भवन पट्टा होल्डिंग संख्या 302, प्लीट संख्या 872, 1235, 873, 1336 और 893, 1335, कुल रकबा 50 डिसमिल खासमहाल की जमीन है। खासमहाल लीज की यह जमीन मोहम्मद एहसान (पिता स्व मोहम्मद समुएल) के नाम से है। लेकिन 31 मार्च 2008 को इनकी लीज की अवधि समाप्त हो गयी।लीज नवीकरण नहीं होने पर यह भूखंड सरकार की संपत्ति घोषित की गयी।इस जमीन को योगेंद्र साव की ओर से पावर ऑफ एटॉनी के माध्यम से लेने का दावा किया जा रहा था।मामला प्रकाश में आने के बाद अपर समाहर्ता विद्याभूषण कुमार ने सदर अंचलाधिकारी से पूरे मामले की जांच करायी गयी जांच रिपोर्ट में इस जमीन का लीज नवीकरण समाप्त होने के बाद रिज्यूम कर लेने की बात कही गयी इस दौरान जमीन पर कब्जे की कोशिश हो रही थी।
प्रशासन के रोक के बावजूद जबरन घेराबंदी करायी गयी। दोनों व्यक्तियों द्वारा अपने पद और बल का दुरुपयोग कर जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा था।सरकारी पदाधिकारियों द्वारा मना करने पर उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी भी दी जा रही थी।