टाटा मेन हॉस्पिटल का बड़ा फैसला: भीड़ कम करने के लिए ओपीडी प्रोटोकॉल में बदलाव

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: टाटा मेन हॉस्पिटल व एडवाइजरी बोर्ड की एक महत्वपूर्ण बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और नई सुविधाओं को शुरू करने पर गहन चर्चा की गई, जिसके बाद ओपीडी प्रोटोकॉल को तुरंत प्रभावी बनाने और इसके नियमों को सख्त करने का निर्णय लिया गया। यह कदम ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने, किसी भी आपात स्थिति में सभी विभागों के डॉक्टरों को बेहतर प्रोटोकॉल के तहत उपलब्ध कराने और मेडिकल सुविधाओं की देखरेख को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

महत्वपूर्ण निर्णय: मरीजों की कम संख्या के कारण सामान्य ओपीडी को 1 दिसंबर से बंद कर दिया जाएगा।

बैठक में लिए गए तीन महत्वपूर्ण और कड़े फैसले
बैठक में मरीजों की सुविधा और बेहतर प्रबंधन के लिए कई कड़े और महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।

ओपीडी में नए प्रोटोकॉल से इलाज
TMH में ओपीडी की संख्या को नियंत्रित करने और उचित प्रबंधन के लिए नया प्रोटोकॉल लागू होगा।

    दवा डिलीवरी: टाटा 1 एमजी के तहत मरीजों को घर पर दवा डिलीवरी की सुविधा दी जा रही है। गंभीर या इमरजेंसी डिलीवरी को प्राथमिकता दी जा रही है।

    मेट्रोलॉजी में सुधार: डॉक्टरों की कमी को देखते हुए, मेट्रोलॉजी विभाग में मरीजों की सुविधा में सुधार किया जाएगा।

    हेल्थ कार्ड/ई-आईडी: जो मरीज ओपीडी में इलाज करवाना चाहते हैं, उनके लिए हेल्थ कार्ड या ई-आईडी रखना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके बिना, कोई भी मरीज सीधे डॉक्टर से परामर्श नहीं कर पाएगा।

    एमआर नंबर होगा अनिवार्य
    अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों के लिए एमआर नंबर होना अब अनिवार्य कर दिया गया है। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि कर्मचारी या सेवानिवृत्त कर्मचारी ओपीडी का स्टॉक कर सकें और उन्हें बेवजह परेशान न होना पड़े।अस्पताल में पहले से ही एमआर नंबर के साथ ईएमआर की सुविधा उपलब्ध है।

      डिजिटल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद
      डिस्चार्ज पेपर वर्क में सुधार के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। अटेंडरों की सुविधाओं को दुरुस्त करने और उन्हें अनुशासित रखने पर भी काम चल रहा है। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि अस्पताल के क्रिटिकल डिपार्टमेंट में डॉक्टरों की सुविधा में कोई कमी नहीं की जाएगी। किसी भी तरह की असुविधा होने पर उन्हें तुरंत अनुमति दी जाएगी।बैठक में सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री राकेश सिंह सहित अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी मौजूद थे।

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