धनबाद। गुरुवार को मंडल रेल प्रबंधक अखिलेश मिश्र की अध्यक्षता में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, धनबाद में ऊर्जा संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि 14 से 21 दिसंबर 2025 तक ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मनाया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान सौर ऊर्जा सहित अन्य नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उपयोग, ऊर्जा–दक्ष तकनीकों के समावेशन तथा ट्रेन परिचालन और रेलवे परिसरों में ऊर्जा बचत की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक ने अधिकारियों और कर्मचारियों को “हरित कल के लिए ऊर्जा संरक्षण” की शपथ दिलाई।
शपथ के दौरान डीआरएम ने कहा कि एयर कंडीशनर के उपयोग में जिम्मेदार एवं ऊर्जा–दक्ष विकल्प अपनाए जाने चाहिए। जहाँ संभव हो, पुराने एसी को बीईई 5-स्टार रेटेड ऊर्जा दक्ष मॉडल से बदला जाए, तापमान को अनुशंसित 24 डिग्री सेल्सियस पर रखा जाए तथा परिवार, मित्रों और समुदाय के लोगों को भी ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक किया जाए।
ऊर्जा संरक्षण के तहत धनबाद मंडल में रूफटॉप सोलराइजेशन को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि नवीकरणीय ऊर्जा का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। सोलराइजेशन की चरणबद्ध योजना के तहत विभिन्न रेलवे परिसरों में इसका प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। वर्तमान में धनबाद मंडल में 1 मेगावाट पीक (MWp) क्षमता का सोलर प्लांट स्थापित किया जा चुका है, जबकि 4 MWp क्षमता का सोलर प्लांट लगाने का कार्य प्रगति पर है।
इसके अतिरिक्त मंडल में अब तक 1770 ऊर्जा दक्ष बीएलडीसी (BLDC) सीलिंग फैन लगाए जा चुके हैं, वहीं 2340 अतिरिक्त बीएलडीसी पंखे लगाए जाने की प्रक्रिया जारी है।
रेलवे की ये पहलें न केवल ऊर्जा संरक्षण को मजबूत करेंगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, आर्थिक दक्षता और सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी। कार्यक्रम में ओरिएंट कंपनी के प्रतिनिधियों ने भी ऊर्जा संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं। इस अवसर पर मंडल के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे

