छठ महापर्व के दौरान यात्रियों की सुगम और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूर्वी रेलवे ने व्यापक इंतज़ाम किए हैं। इस वर्ष भारतीय रेलवे ने त्योहारी सीजन में 12,000 से अधिक विशेष ट्रेन फेरे चलाने की योजना बनाई है, जो पिछले वर्ष के 7,724 फेरों की तुलना में नया रिकॉर्ड है। इनमें से अकेले पूर्वी रेलवे 1,300 से अधिक त्योहार विशेष ट्रेन यात्राएं संचालित कर रहा है।
इन विशेष ट्रेनों में से 329 यात्राएं हावड़ा, सियालदह, कोलकाता, आसनसोल, भागलपुर और मालदा टाउन जैसे प्रमुख स्टेशनों से शुरू होंगी। वहीं अन्य क्षेत्रीय रेलवे की 663 विशेष ट्रेनें भी पूर्वी रेलवे के क्षेत्राधिकार में संचालित होंगी।
🌅 छठ पर्व पर रेलवे की विशेष योजना:
छठ पर्व, जो बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बड़े उत्साह से मनाया जाता है, को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। लगभग 1 लाख कर्मचारी ट्रेनों की निर्बाध आवाजाही और भीड़ प्रबंधन में जुटे हुए हैं।
🔹 21 से 27 अक्टूबर 2025 तक पूर्वी रेलवे 176 फेरे की विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा।
ये ट्रेनें यात्रियों को रक्सौल, मधुबनी, जयनगर, बरौनी, पटना, बक्सर, सहरसा, पूर्णिया कोर्ट, गोरखपुर, मऊ, बनारस, आनंद विहार टर्मिनल, दिल्ली, योग नगरी ऋषिकेश, लाल कुआं, कानपुर सेंट्रल, लखनऊ और वडोदरा जैसे गंतव्यों तक पहुंचाएंगी।
🚉 भीड़ नियंत्रण के लिए अनारक्षित विशेष ट्रेनें:
यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने कई अनारक्षित विशेष ट्रेनें भी चलाई हैं —
हावड़ा–रक्सौल
कोलकाता–मधुबनी
कोलकाता–गोरखपुर
आसनसोल–गोरखपुर
बर्द्धमान–फतुहा मेमू
साहिबगंज–भागलपुर मेमू
भागलपुर–बांका डेमू
भीड़ प्रबंधन के लिए हावड़ा, सियालदह, आसनसोल, जसीडीह और भागलपुर स्टेशनों पर विशेष होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, ताकि प्लेटफॉर्म पर अव्यवस्था न हो।
👮 सुरक्षा और अनुशासन पर विशेष ध्यान:
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और फील्ड स्टाफ को यात्रियों के चढ़ने-उतरने में मदद और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया गया है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे कतार में रहें, ज्वलनशील वस्तुएं न लाएं, और वैध टिकट के साथ ही यात्रा करें।
यात्रियों ने पूर्वी रेलवे की इस व्यवस्था पर संतोष जताया है।
छठ पर्व की भीड़ को देखते हुए रेलवे की ये तैयारियां यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित कर रही हैं। 🚉✨

