
Bihar/up: बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड समेत आसपास के राज्यों में मौसम का बदला मिजाज जहां लोगों को राहत दे रहा है, वहीं यह आफत बनकर भी टूट रहा है। बीते दो दिनों में बिहार और उत्तर प्रदेश में आसमानी बिजली गिरने से कुल 60 से अधिक लोगों की जान चली गई है।
बिहार में 38 लोगों की मौत बिहार में बिजली गिरने से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को 13 लोगों की जान गई थी, जबकि गुरुवार को यह आंकड़ा बढ़कर 25 हो गया। इस आपदा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
उत्तर प्रदेश में 22 की मौत उत्तर प्रदेश में भी वज्रपात की घटनाओं से 22 लोगों की मौत की खबर आई है। बिजली गिरने की यह घटनाएं विभिन्न जिलों में हुई हैं, जिससे कई लोग झुलस भी गए हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही मौसम बने रहने की संभावना जताई है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। यहां भी प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये की अनुमन्य राहत राशि वितरित करने के निर्देश दिए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बिजली गिरने से सबसे ज्यादा जनहानि फतेहपुर और आजमगढ़ में हुई, जहां तीन-तीन लोगों की मौत हो गई।
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक तेज गर्जना और आंधी-तूफान के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में घर से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
राज्य सरकार की अपील
राज्य सरकार की अपील बिहार और उत्तर प्रदेश सरकार ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि खराब मौसम में खुले स्थानों पर न जाएं। सरकार ने प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। यह प्राकृतिक आपदा कई परिवारों के लिए गहरी त्रासदी लेकर आई है। ऐसे में प्रशासन और सरकार प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता पहुंचाने में जुटी हुई है।
बिहार और उत्तर प्रदेश सरकार ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि खराब मौसम में खुले स्थानों पर न जाएं। सरकार ने प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।