जनता दल (आरजेडी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी पर खुलकर हमला बोला है। आरजेडी से हाल ही में निष्कासित तेज प्रताप यादव ने मनेर से पार्टी विधायक भाई वीरेंद्र को लेकर बड़ा सवाल किया है। तेजी प्रताप ने सीधे-सीधे आरजेडी से सवाल पूछा है कि क्या अब विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, राजद विधायक भाई वीरेंद्र का पंचायत सचिव को कथित तौर पर धमकी देने का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। इसको लेकर तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पोस्ट में एक कार्टून शेयर कर राजद नेतृत्व पर तंज कसा है।

तेज प्रताप ने अपने पोस्ट में कहा कि उनके (तेज प्रताप) निष्कासन पर तो पार्टी ने तुरंत कार्रवाई की, लेकिन भाई वीरेन्द्र जैसे नेताओं के खिलाफ कोई कदम क्यों नहीं उठाया जा रहा? तेज प्रताप यादव ने महात्मा गांधी और डॉ भीम राव अंबेडकर के बैकग्राउंट की तस्वीर में भाई वीरेंद्र को हाथ में जूता लिये दिखाया है और पंचायत सचिव को कुर्सी पर बैठे हुए। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, क्या RJD अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों के उल्ट SC-ST समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की, जान से मारने की धमकी दी। मुझे तो जयचंदों की साज़िश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया…अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं? संविधान का सम्मान भाषणों में नहीं, आचरण में दिखना चाहिए।
पिता लालू और भाई तेजस्वी पर हमला
तेजप्रताप का यह तीखा हमला सीधे तौर पर आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व, जिनमें उनके पिता और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और भाई तेजस्वी यादव शामिल हैं, पर अप्रत्यक्ष हमला माना जा रहा है। तेजप्रताप का ये पोस्ट लालू और तेजस्वी की नीति और निर्णयों पर सवाल खड़ा करता है। यह बयान पार्टी के अंदर गहराते मतभेद और गुटबाजी की ओर भी इशारा करता है।
तेज प्रताप की अलग राजनीतिक राह बनाने की कोशिश
तेज प्रताप का यह कदम उनकी पार्टी से बेदखली के बाद उनकी नाराजगी और अलग राजनीतिक राह बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। यह बयान आने वाले समय में आरजेडी के भीतर खींचतान को और बढ़ा सकता है। तेजप्रताप यादव पहले भी कई बार पार्टी की कार्यशैली और कुछ नेताओं के व्यवहार को लेकर सवाल उठाते रहे हैं।
क्या है मामला?
बता दें कि बिहार की राजनीति में इन दिनों आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र चर्चा में बने हुए हैं। इसके पीछे की वजह उनकी एक रिकॉर्डिंग है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस ऑडियो में वे पंचायत सचिव को जूतों से मारने की बात कहते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि विधायक ने एक व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर पंचायत सचिव से संपर्क किया था। सचिव विधायक की आवाज को मोबाइल पर नहीं पहचान पाया। फिर क्या था इसी पर भड़क गए विधायक जी।