बिहार में मॉनसून पूरी तरह से एक्टिव है।मानसून की सक्रियता से प्रदेश के अदिकांश हिस्सों में बारिश जारी है। इस वजह से पूरे बिहार में तबाही मची हुई है। शनिवार को पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली, सहित कई जिलों में रेड अलर्ट के दायरे में बारिश हुई। वहीं, अभी राहत के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिनों तक उत्तर-बिहार के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान सुपौल, मधुबनी और दरभंगा जिले में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

पिछले 24 घंटों के दौरान जमुई, लखीसराय, शेखपुरा औैर पटना जिले में कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हुई है। जमुई के गिद्धौर में सबसे अधिक 185 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। पटना और पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन पर दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया। जमुई में पुल धंस जाने से दर्जनों गांव से संपर्क टूट गया। लखीसराय में भी सड़क बह गई। इसके अलावा भी कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश की वजह से तबाही की तस्वीरें देखने को मिली है।
आज इन जिलों में अलर्ट
आज यानी रविवार को पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीवान और सुपौल में अत्यंत भारी बारिश होने वाली है। इसके अलावा, गोपालगंज, बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, समस्तीपुर, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और खगड़िया में भारी बारिश होने वाली है। शेष जिलों में भी मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी है।
गंगा का उफान डरा रहा
भारी बारिश के बाद बिहार में गंगा का उफान अब डराने लगा है। गंगा का जलस्तर बक्सर से लेकर कहलगांव तक बढ़ रहा है। भागलपुर जिले में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ते हुए खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिससे दियारा क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है, लेकिन ज़मीनी हालात पहले ही विस्थापन की ओर बढ़ चले हैं। इस्माईलपुर के बिंदटोली इलाके में बांध पर गंगा का दबाव बढ़ गया है। एक स्पर (बांध को संभालने वाली रचना) पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुका है और उसे दुरुस्त करने के लिए फ्लड फाइटिंग की टीम काम में लगी है। वहीं, सबौर के चांयचक क्षेत्र में कटाव की रफ्तार तेज़ हो गई है, जिससे सैकड़ों ग्रामीणों की जमीन और घर खतरे में हैं।
पटना के गांधी घाट पर खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर
जल संसाधन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। अधिकारियों को तटबंधों पर 24 घंटे निगरानी रखने के लिए कहा गया है। गंगा नदी पटना के गांधी घाट पर खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर है। हाथीदह में यह 1 सेमी ऊपर है। भागलपुर में जलस्तर लाल निशान से 10 सेमी और कहलगांव में 13 सेमी ऊपर है।