Bihar: बिहार में अब भगवान राम और माता सीता के लिए आया आवास प्रमाण पत्र का आवेदन, एक्शन मोड में जिला प्रशासन

Neelam
By Neelam
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बिहार में आवास प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर खूब “शरारतें” हो रही है। पहले डॉग बाबू, डोगेश और ट्रैक्टर जैसे नामों से आवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन आए। वहीं अब लोग भगवान श्री राम, माता सीता और यहां तक कि कौआ मैना और यहां तक कि ए, बी, सी, डी नाम के ‘व्यक्तियों’ से भी निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन आया है। लगातार मिल रहे ऐसे आवेदनों के बाद जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। जिला प्रशासन ने कहा है कि ऐसे मामलों की जांच जारी। रहेगी और जो भी फर्जीवाड़ा करने वाला मिलेगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मामला खगड़िया जिले का है। जिले में आरटीपीएस के माध्यम से यह गड़बड़झाला सामने आया है। लोग भगवान श्री राम और कौआ जैसे नामों से आवासीय प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जून महीने में भगवान राम की फोटो लगाकर मूल निवास प्रमाण पत्र बनाकर आवेदन किया गया था। आवेदन में भगवान राम के पिता का नाम ‘दशरथ’, माता का नाम ‘कोसिलिया’ और गांव का नाम ‘अयोध्या’ लिखा गया था। इसी तरह एक आवेदन माता-सीता के नाम से भी दिया गया था। आवेदन में माता सीता के पिता का नाम राजा जनक और पंचायत ‘अयोध्या’ अंकित थी।

अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज

खगड़िया जिले के चौथम, गोगरी और चित्रगुप्तनगर थाना क्षेत्र में ऐसा आवेदन मिले हैं। भगवान राम और सीता की तरह, एक अन्य अर्जी में आवेदक का नाम ‘कौआ सिंह’, पिता का नाम ‘कौआ’ और मां का नाम ‘मैना देवी’ दर्ज था। फोटो में भी कौआ ही चिपकाया गया था। आवेदनों में दिए गए मोबाइल नंबर और अन्य विवरण भी पूरी तरह फर्जी पाए गए। जब यह मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आया तो तुरंत कार्रवाई की गई। संबंधित आवेदनों को अस्वीकृत कर संबंधित थानों में अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।

आईपी एड्रेस का पता लगाने की कोशिश

प्रशासन ने सभी आवेदनों को खारिज कर दिया है और संबंधित थानों में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। अधिकारियों ने माना कि यह हरकत सरकारी कार्य में बाधा डालने और विभाग की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईसी दिल्ली को पत्र लिखकर यह जानकारी मांगी गई है कि ये फर्जी आवेदन किस आईपी एड्रेस से किए गए थे। अब पुलिस इन शरारती तत्वों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया होगी सख्त

इससे पहले भी बिहार में डॉग बाबू, डोगेश और ट्रैक्टर जैसे असामान्य नामों से आवास प्रमाण पत्र बनाने के आवेदन खूब चर्चा में आए थे। जिसके बाद ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में और भी सख्ती लाने की तैयारी की जा रही है, ताकि सरकारी दस्तावेजों की विश्वसनीयता बनी रहे।

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