देश आज यानी 15 अगस्त को अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम से मना रहा है। पूरे देश में जश्न का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार लालकिले के प्राचीर से तिरंगा फहराया। वहीं राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रिकॉर्ड 19वीं बार तिरंगा फहराया। ऐसा करने वाले वह बिहार के पहले मुख्यमंत्री बन गए।

गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झंडा फहराया। तिरंगे को सलामी भी दी। भव्य तरीके से आयोजित राजकीय समारोह में सीएम नीतीश ने अपने भाषण की शुरूआत की। इस दौरान उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डिप्टी सीएम के साथ गांधी मैदान पहुंचे। सीएम रथ पर सवार होकर परेड निरीक्षण किया।
सीएम नीतीश ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई
अपने भाषण में सीएम नीतीश कुमार ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि अब सरकारी शिक्षकों की संख्या पांच लाख 12 हजार हो गई है। सीएम नीतीश ने लालू राज की याद दिलाते हुए कहा कि पहले स्वास्थ्य का क्या हाल था? पहले एक या दो मरीज स्वास्थ्य केंद्र पहुंचते थे। अब 10 हजार मरीज रोज आ रहे हैं। अब 21 जिलों ने मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल को 5400 बेड और अन्य मेडिकल कॉलेज को ढाई हजार बेड का किया जा रहा है। आप जाकर देखिए कितना बड़ा मेडिकल कॉलेज हमलोगों ने पटना में बनाया है।
कानून-व्यवस्था हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता- सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा कि कानून का राज बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार द्वारा अपराध नियंत्रण के लिए सभी आयामों पर योजनाबद्ध तरीके से काम किया गया है। 2005 में बिहार पुलिस बल की संख्या मात्र 42 हजार 481 थी, जो जरूरत के हिसाब से बहुत कम थी। शुरू से ही पुलिस बल की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया गया। हमलोग इसे दो लाख 29 हजार कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि पटना पहुचने के लिए छह घंटे का लक्ष्य का चार घंटा हमलोग करवा रहें हैं।
एक करोड़ युवाओं को अगले पांच साल में देंगे नौकरी और रोजगार
युवाओं के लिए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 10 लाख नौकरी का लक्ष्य पूरा हो चुका है। अब इस लक्ष्य को और बढ़ाया जा रहा है। आने वाले समय में हमलोग 50 लाख नौकरी और रोजगार देने की दिशा में काम कर रहे हैं। अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। अब आप तो जानते ही हैं कि हमलोगों ने महिलाओं के लिए आरक्षण दिया। अब नौकरी में भी उन्हें आरक्षण दे रहे हैं। बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है। इतनी संख्या दूसरे किसी राज्य में नहीं है।