मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हिजाब खींचने की चर्चा पूरे देश में हो रही है। इस बीच हिजाब खींचने से चर्चा में आई नुसरत परवीन की ज्वाइनिंग पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। लास्ट डेट पर भी महिला डॉक्टर नुसरत ने नौकरी ज्वाइन नहीं की। जिसके बाद राज्य स्वास्थ्य समिति ने बड़ा निर्णय लेते हुए उनकी ज्वाइनिंग की समय-सीमा बढ़ा दी है।

शुक्रवार को जानकारी मिली थी कि शनिवार यानी 20 दिसंबर को नुसरत परवीन अपने आवंटित अस्पताल पटना सदर के सबलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जॉइन करेंगी। लेकिन शाम 6 बजे तक नुसरत ने ज्वाइन नहीं किया। पूरे दिन पटना सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार अपने कार्यालय में बैठे रहे, लेकिन नुसरत ज्वाइन करने के लिए नहीं पहुंची।
ज्वाइनिंग की तारीख बढ़ी
पटना सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि शाम 6 बजे तक ज्वाइनिंग होनी थी। अगर वह आज जॉइन नहीं करती है, तो फिर स्वास्थ्य विभाग पर निर्भर करेगा कि उनको दोबारा मौका दे या नहीं। इस बीच राज्य स्वास्थ्य समिति ने आयुष चिकित्सकों की ज्वाइनिंग की तिथि बढ़ाकर अब 31 दिसंबर 2025 कर दी है। इस संबंध में समिति के कार्यकारी निदेशक अमित कुमार पांडेय की ओर से आधिकारिक पत्र भी जारी किया गया है।
ज्वाइनिंग को लेकर संशय
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक 63 आयुष डॉक्टर अपनी-अपनी पोस्टिंग पर योगदान कर चुके हैं, लेकिन डॉ. नुसरत परवीन अब तक ज्वाइन नहीं कर पाई हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि नुसरत का नाम चयन सूची में है, लेकिन उनकी ओर से अब तक योगदान को लेकर कोई औपचारिक सूचना नहीं दी गई है। ऐसे में उनकी ज्वाइनिंग को लेकर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं
हिजाब विवाद पर सियासत तेज
बता दें कि बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़ा एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें एक महिला चिकित्सक का हिजाब हटाने की कोशिश का आरोप लगाया गया। वीडियो सामने आने के बाद यह मामला तेजी से तूल पकड़ने लगा और राजनीतिक बहस का विषय बन गया।

