बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख नजदीक आ चुकी है। इस बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आ है। पहले चरण के उम्मीदवारों पर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और बिहार इलेक्शन वॉच ने अपनी रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया गया है। जिसके बाद कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार बिहार में चुनाव लड़ रहे हर तीसरे कैंडिडेट पर क्रिमिनल केस हैं।

354 कैंडिडेट्स पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कुल एक हजार तीन सौ चौदह उम्मीदवार मैदान में हैं। एडीआर और बिहार इलेक्शन वॉच ने इन सभी के एफिडेविट निकाले और उनकी पड़ताल की। इन्हें पता चला कि इसमें से 423 कैंडिडेट ने अपने ऊपर दर्ज हुए क्रिमिनल केस का ब्यौरा दिया है। जबकि उम्मीदवारों के हलफनामे के अनुसार ही 1,314 में से 354 कैंडिडेट्स पर तो गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
33 उम्मीदवारों पर हत्या का आरोप
रिपोर्ट में बताया गया है कि 354 कैंडिडेट्स जिनपर आपराधिक मामले दर्ज हैं उनमें 33 ने हत्या, 86 उम्मीदवारों ने हत्या की कोशिश, 42 ने महिला अपराध और 2 ने खुद पर दुष्कर्म के आरोपों की जानकारी दी है।
सबसे ज्यादा राजद के उम्मीदवार दागी
पार्टियों के हिसाब से बात करें तो जनसुराज पार्टी के 114 उम्मीदवारों में से 50 (44 प्रतिशत), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 89 में से 18 (20 प्रतिशत), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 70 में से 53 (76 प्रतिशत), जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के 57 में से 22 (39 प्रतिशत), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 48 में से 31 (65 प्रतिशत), आम आदमी पार्टी (आप) के 44 में से 12 (27 प्रतिशत), कांग्रेस के 23 में से 15 (65 प्रतिशत) उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
40 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति
इस रिपोर्ट में ये जानकारी भी दी गई है। 1303 में से 519 उम्मीदवार करोड़पति हैं। आंकड़ों के हिसाब से ऐसे कैंडिडेट की तादाद 40 परसेंट है। 519 उम्मीदवार 5वीं से 12वीं तक ही पढ़े हैं। 651 कैंडिडेट्स ग्रेजुएशन या इससे ऊपर की पढ़ाई कर चुके हैं।

