तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी का बुधवार को पहला बिहार दौरा है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 जून को बिहार के राजगीर में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के पास नये नालंदा विश्वविद्यालय के कैंपस का उद्घाटन करेंगे।
लाइब्रेरी में तीन लाख से ज्यादा पुस्तकें
बता दें कि एक बार फिर से इतिहास रचने को तैयार नालंदा विश्वविद्यालय के नये स्वरूप में निर्मित लाइब्रेरी में तीन लाख से ज्यादा पुस्तकें हैं, जो इसे एक बार फिर से ज्ञान का एक प्रमुख केंद्र बनाएंगी
बौद्ध धर्म मानने वाले देशों में वही सद्भावना स्थापित करना उद्देश्य
इस नई पहल के माध्यम से भारत का उद्देश्य बौद्ध धर्म मानने वाले देशों जैसे श्रीलंका, थाईलैंड, दक्षिण कोरिया, विएतनाम, लाओस, कंबोडिया में वही सद्भावना स्थापित करना है जो प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के काल में थी। यह नया कैंपस भारत की शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के तौर पर स्थापित होने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वैश्विक शिक्षा का केंद्र बनने को तैयार नालंदा विश्वविद्यालय
आपको बता दें कि भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, नये नालंदा विश्वविद्यालय को 21वीं सदी में वही स्थान दिलाना है जो इसे 800 साल पहले हासिल था। नया कैंपस सरकार के इस इरादे को प्रदर्शित करता है कि वह इसे वैश्विक शिक्षा का केंद्र बनाना चाहती है। वर्ष 2010 में कानून बना कर नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी, लेकिन यह अभी तक अस्थाई कैंपस में संचालित हो रहा था। नए कैंपस का उद्घाटन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर और 17 देशों के राजदूत के शामिल होने की संभावना
वहीं इस उद्घाटन समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर और 17 देशों के राजदूतों के शामिल होने की संभावना है। ये देश नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना और संचालन में सहयोग देने के लिए समझौते के सदस्य हैं। बौद्ध धर्मावलंबी देशों के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, पुर्तगाल जैसे देश भी इसमें शामिल हैं। चीन भी इस परियोजना का हिस्सा है।