बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। लंबे समय से कांग्रेस में रहे कद्दावर नेता और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक राम कांग्रेस छोड़कर जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए। जदयू के प्रदेश कार्यालय में उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसके बाद कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन के कई और नेता भी हमारे संपर्क में हैं।

बिहार को नीतीश कुमार की जरूरत- अशोक राम
राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां पर भी दलबदल का खेल शुरू हो चुका है। इसी क्रम में कांग्रेस में हुए फेरबदल से नाराज अशोक राम ने अपनी नई पार्टी तलाश ली है। कांग्रेस के दिग्गज दलित नेता और पूर्व मंत्री डॉ. अशोक राम ने पार्टी को अलविदा कह दिया। उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) का दामन थाम लिया। अशोक राम के बेटे अतिरेक भी जेडीयू में शामिल हुए। अशोक राम ने जेडीयू में शामिल होने के बाद कहा कि आज का दिन मेरे जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आज बिहार को नीतीश कुमार की जरूरत है। उसी को देखते हुए मैंने जेडीयू में शामिल होने का फैसला किया है। 2025 फिर से नीतीश के नारे को पूरा करना है।
कुछ समय से नाराज चल रहे थे अशोक राम
बता दें कि पूर्व मंत्री डॉ. अशोक राम पिछले कुछ दिनों से नाराज चल रहे थे। उनके समर्थक बता रहे हैं कि दलित नेता होने के बावजूद पार्टी उन्हें तवज्जो नहीं दे रही थी। खासकर बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्ण अल्लावरु और उनके बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं थे। लोकसभा चुनाव के बाद से ही वह हाशिए पर चले गए थे। हालांकि, डॉ अशोक राम ने पार्टी छोड़ने का कारण स्पष्ट नहीं बताया है। उन्होंने कहा है कि मैं निजी कारण से कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
कांग्रेस को दलित वोटों का होगा नुकसान ?
राहुल गांधी एक ओर जहां बिहार में दलित वोटरों को लुभाने की जुगत में लगे हैं तो वहीं उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक राम अब पार्टी छोड़ रहे हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता रहने के अलावा अशोक राम 6 बार बिहार विधानसभा के लिए चुने गए थे। वह साल 2000 में बनी राबड़ी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने थे। अशोक राम एक कद्दावर राजनीतिक परिवार से आते हैं, उनके पिता भी बिहार की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। उनके पिता बालेश्वर राम साल 1952 से 1977 तक 7 बार विधायक चुने गए थे। वह केंद्र में मंत्री भी रहे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कैबिनेट में राज्यमंत्री भी थे।