बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव मंगलवार को गयाजी के विष्णुपद मंदिर पहुंचे। उनके साथ पत्नी राबडी देवी, बेटे तेजस्वी यादव और उनकी बहू राज श्री भी पहुंचीं। गयाजी आने के बाद लालू यादव ने विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में विशेष पूजा अर्चना की। उसके बाद विष्णुपद मंदिर के पास अपने पितरों को मोक्ष और उद्धार की कामना करते हुए पिंडदान और तर्पण किया।

लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार कड़ी सुरक्षा के बीच विष्णुपद मंदिर पहुंचे। अपनी खराब सेहत के चलते लालू यादव को मंदिर परिसर में व्हीलचेयर के सहारे लाया गया। परिवार के सभी सदस्यों ने मिलकर पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पिंडदान की पूजा संपन्न की। गया के विष्णुपद मंदिर परिसर में मंगलवार को पिंडदान सम्पन्न कर विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में पूजा अर्चना के बाद लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी और जय श्री बाहर निकले।
पहली बार एक साथ गयाजी में पूरा परिवार
तेजस्वी यादव ने कहा कि पिता लालू प्रसाद यादव ने अपने पूर्वजों का पिंडदान किया है। पिंडदान का काफी महत्व है। इसलिए गया पहुंचे हैं। पिताजी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, लेकिन उनकी इच्छा थी कि एक बार भगवान विष्णु का दर्शन करें और मोक्ष की भूमि पर पिंडदान करें। अपने होश में पहली बार पूरे परिवार एक साथ यहां पहुंचे हैं, वरना कभी कोई आया कभी कोई आया। इंडिविजुअल आते थे। सब लोग साथ में आए है तो बहुत की खास है।
बेरोजगारी-महंगाई-गरीबी से लोग मुक्ति हों-तेजस्वी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने आगे कहा कि हमलोग चाहेंगे कि भगवान विष्णु की कृपा बिहार के लोगों पर हो, बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी से लोग मुक्ति पाएं। लोगो के हर हाथ रोजगार हो। लोगों को नौकरी मिले। कल कारखाना लगे। बिहार हमरा अव्वल राज्य में हो। ऐसा राज्य हो भ्रष्ट्राचार मुक्त हो। अपराध मुक्त हो। सब लोगों की कल्पना है।

