मिथिला के प्रसिद्ध कथावचक श्रवण दास और उनके गुरु राम उदित दास उर्फ मौनी बाबा के खिलाफ दरभंगा के महिला थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है। पीड़ित नाबालिग लड़की की मां के आवेदन पर पोक्सो एक्ट की धारा में मामला दर्ज किया गया है।

पीड़िता की मां के अनुसार, कथावाचक ने शादी का झांसा देकर करीब एक साल तक नाबालिग से दुष्कर्म किया। गर्भ ठहरने पर दो बार दवा देकर गर्भपात कराया गया, जिससे बच्ची की हालत गंभीर हो गई। इलाज के बाद जब सच्चाई सामने आई तो कथित तौर पर बंद कमरे में जबरन शादी कर मामले को दबाने की कोशिश की गई। इस बात की पुष्टि डीएसपी सदर राजीव कुमार ने की है। उन्होंने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी कराया जा रहा है।
पीड़िता के घर में ही किराए में रहता था कथावाचक
पचाढ़ी मठ के महंत और राम जानकी मंदिर, बलभद्रपुर के महंत राम उदित दास के शिष्य एवं कथावाचक श्रवण दास पर एक नाबालिग युवती को शादी का झांसा देकर लंबे समय तक शारीरिक शोषण का आरोप लगा है। प्राथमिकी के अनुसार, कथावाचक श्रवण दास पीड़िता के घर में ही किराए का कमरा लेकर रहता था।
दो बार जबरन गर्भपात कराने का आरोप
आरोप है कि घर में किसी के न होने का फायदा उठाकर उसने नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर शादी का झांसा दिया और करीब एक साल तक उसका शारीरिक शोषण किया। इस दौरान लड़की के गर्भवती होने पर उसे दो बार जबरन दवा खिलाकर गर्भपात कराया गया, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव होने पर उसकी स्थिति गंभीर हो गई थी।
कथावाचक और नाबालिग की शादी का वीडियो वायरल
पीड़िता की मां का आरोप है कि जब इस पूरे मामले की जानकारी महंत मौनी बाबा को दी गई, तो उन्होंने लड़की के बालिग होने पर शादी कराने का आश्वासन दिया। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कथावाचक श्रवण दास और नाबालिग लड़की की बंद कमरे में शादी दिखाई दे रही है। आरोप है कि 29 नवंबर 2024 को महंत मौनी बाबा ने अपने भतीजे कथावाचक श्रवण दास की शादी गुपचुप तरीके से करवा दी और पीड़िता के परिजनों पर मामला दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाया।
अश्लील वीडियो बनाकर दी जान से मारने की धमकी
पीड़िता की मां ने आवेदन में बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके मुताबिक, कथावाचक ने नाबालिग की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बना लिए थे, जिसके जरिए उसे ब्लैकमेल किया जाता था। विरोध करने पर 8-10 लोगों के साथ आकर जान से मारने की धमकी दी गई और केस न करने का दबाव बनाया गया।

