2024 में लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पूरे देश के विपक्षी दलों का एक बड़ा गठजोड़ बन रहा है। इसकी अगुवाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे थे। जून 2023 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगवाई में बड़ी बैठक पटना में हुई और फिर बेंगलुरु और मुंबई में इस गठबंधन की मीटिंग हुई। इसी दौरान विपक्षी पक्षी दलों की गठबंधन को इंडिया अलायंस नाम भी मिला। हालांकि, इंडिया गठबंधन की अगुवाई कर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन का दामन छोड़ दिया। वह इंडिया अलायंस से अलग हो गए और फिर एनडीए के साथ हो लिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक इस तरह का फैसला क्यों किया? इस सवाल का जवाब दिया है जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने।

नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ने की वजह
जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन छोड़ने का सबसे बड़ा कारण कांग्रेस का जातिगत जनगणना पर आंतरिक टकराव है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत गठबंधन में शामिल कई दल भी जाति आधारित जनगणना का विरोध कर रहे थे।
दरअसल, 2022 में नीतीश कैबिनेट ने जाति आधारित सर्वे का प्रस्ताव मंजूर किया था और इसको करवाने के बाद इसके आंकड़े भी जारी कर दिये गए थे। लेकिन, राहुल गांधी के इस मुद्दे को बार-बार उठाना और इंडिया गठबंधन के भीतर ही ममता बनर्जी जैसी नेता का इसके विरोध में खड़े होने को केसी त्यागी इंडिया अलायंस से नीतीश कुमार के अलग होने की एक वजह बता रहे हैं।